अगले महीने भारत और इंग्लैंड के बीच एकदिवसीय और टी-20 सीरीज खेली जानी है। टेस्ट मैचों में जिस तरह से भारत के स्पिन गेंदबाजों ने अपनी स्पिन पर अंग्रेजों को नचाया है उसे देखते हुए वनडे सीरीज में भी स्पिन गेंदबाजों के महत्व को कम करके आंका नहीं जा सकता। लेकिन भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात ये है कि अक्षर पटेल अंगूठे की चोट के कारण इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज से बाहर हो गए हैं। वहीं अश्विन, जडेजा और जयंत यादव भी सीरीज में नहीं खेल पाएंगे। स्पोर्ट्स हर्निया के कारण अश्विन तमिलनाडु के लिए रणजी ट्रॉफी का क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मैच भी नहीं खेल पाए। वहीं जयंत यादव हैम्सर्टिंग इंजरी से जूझ रहे हैं जिसकी वजह से वो इंग्लैंड के खिलाफ 5वां टेस्ट मैच भी नहीं खेल पाए थे। वहीं दूसरी तरफ रविंद्र जडेजा को बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए आराम दिया जा सकता है। वहीं अंगूठे की चोट के कारण अब अक्षर भी उन खिलाड़ियों की लंबी सूची में शामिल हो गए हैं जो इस वक्त चोटिल हैं। मोहम्मद शमी, अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या ये वो खिलाड़ी हैं जो इंजरी से जूझ रहे हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि इन खिलाड़ियों की जगह कौन लेगा, खासकर अक्षर पटेल की जगह वो कौन सा स्पिनर है जिसे टीम में जगह मिल सकती है। आइए आपको बताते हैं ऐसे 5 खिलाड़ियों के बारे में जो इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में अक्षर पटेल की जगह ले सकते हैं: 5. इकबाल अब्दुल्ला विराट कोहली की कप्तानी में जब भारतीय टीम ने 2008 में अंडर-19 वर्ल्ड कप जीता था, तब इकबाल अब्दुल्ला टीम के स्टार खिलाड़ी थे। उस टूर्नामेंट में इकबाल अब्दुल्ला ने बेहतरीन स्पिन गेंदबाजी की थी और यहां तक कहा जाने लगा था कि इकबाल भारत के अगले बड़े स्पिनर साबित होंगे। लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें अपनी काबिलियत दिखाने का कोई बड़ा मौका नहीं मिला, जबकि फर्स्ट क्लास क्रिकेट में मुंबई की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की थी। इकबाल अब्दुल्ला ने 2008 से 2015 तक मुंबई की टीम के लिए प्रथम श्रेणी मैच खेल।लेकिन इस सीजन उन्होंने केरल की तरफ से मैच खेला और अपनी स्पिन का जलवा दिखाते हुए 9 मैचों में 26 विकेट चटकाए। वहीं बल्ले के साथ भी इकबाल का प्रदर्शन काफी बढ़िया रहा। हैदराबाद के खिलाफ मैच में उन्होंने अपने करियर की बेस्ट पारी खेली और 159 रन बनाए। 4. परवेज रसूल 2014 में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मैचों में डेब्यू करके परवेज रसूल ने इतिहास रच दिया। भारत की नेशनल क्रिकेट टीम की तरफ से खेलने वाले परवेज जम्मू-कश्मीर के पहले क्रिकेटर बने। वहीं जम्मू-कश्मीर से वो पहले ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हे इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने का मौका मिला। 27 साल के इस युवा ऑलराउंडर ने 2009 में अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था और अभी वो जम्मू-कश्मीर की टीम के कप्तान हैं। इस रणजी सीजन में परवेज ने काफी अच्छी गेंदबाजी की और 23.86 की औसत से 9 मैचों में 38 विकेट चटकाए। 3. युजवेंद्र चहल 26 वर्षीय युजवेंद्र चहल भारत के उभरते हुए युवा स्पिनर हैं। जिम्बॉब्वे के खिलाफ वनडे सीरीज से उन्होंने वनडे मैचों में पर्दापण किया। वहीं चहल चेस में भी भारतीय टीम का प्रतिनिधिनत्व कर चुके हैं। चेस और क्रिकेट दोनों में भारत की तरफ से खेलने वाले वो पहले भारतीय हैं। 2016 का आईपीएल सीजन चहल के लिए काफी अच्छा रहा। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलूरू की तरफ से खेलते हुए चहल ने शानदार गेंदबाजी की। इस साल भारत की तरफ से चहल ने 3 वनडे मैच खेले और 12.83 की औसत से 6 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका इकॉनामी रेट महज 3.20 रहा। इस रणजी सीजन में हरियाणा की तरफ से खेलते हुए चहल ने 7 मैचों में 22 की औसत से 33 विकेट झटके। 2. शाहबाज नदीम 27 साल के झारखंड के इस युवा गेंदबाज ने लगातार 2 रणजी सीजन में अपनी शानदार गेंदबाजी का लोहा मनवाया। नदीम ने लगातार 2 रणजी सीजन में 50 या उससे ज्यादा विकेट चटकाए। हरियाणा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में उन्होंने झारखंड की तरफ से मैच विनिंग गेंदबाजी की। जिसकी वजह से झारखंड की टीम हरियाणा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही। इसके साथ ही वो टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में भी शामिल हो गए। घरेलू मैचों में लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अभी तक शाहबाज नदीम को भारत की तरफ से खेलने का मौका नहीं मिला है। झारखंड की तरफ से 80 प्रथम श्रेणी मैचों में नदीम ने 28.96 की औसत से 296 विकेट चटकाए हैं। 1.कुलदीप यादव कुलदीप यादव उत्तर प्रदेश के चाईनामैन बॉलर हैं। वो काफी समय से भारतीय टीम में जगह पाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इंडियन टीम के दरवाजे उनके लिए नहीं खुले हैं। चयनकर्ता लगातार कुलदीप को नजरंदाज कर रहे हैं। कुलदीप यादव ने 2014 में उत्तर प्रदेश के लिए रणजी डेब्यू किया और उसी सीजन में उन्होंने 17 मैचों में 34 की औसत से 65 विकेट चटकाए। इस साल दिल्ली के खिलाफ रणजी मैच में उन्होंने अपने करियर की बेस्ट गेंदबाजी की और 79 रन देकर 6 विकेट चटकाए। इस साल के रणजी सीजन में उन्होंने काफी अच्छी गेंदबाजी की और 8 मैचों में 35 विकेट झटके।