इंग्लैंड में होने वाले आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के अगले संस्करण के लिए उलटी गिनती जल्द ही शुरू हो जाएगी। सबसे प्रतिष्ठित क्रिकेट ट्रॉफी के लिए एक परफेक्ट संयोजन बनाने की तलाश में हर टीम के साथ भारत ने भी अपनी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। टीम इंडिया वर्तमान में एक संतुलित टीम दिख रही है और साथ ही वह लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रही है। भारतीय लाइनअप में अनुभव और युवाओं का एक अच्छा मिश्रण देखने को मिलता है। हालांकि प्रबंधन और चयनकर्ता अभी भी कुछ खिलाड़ियों को परखने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें टीम में सही संतुलन मिल सके। वर्तमान में भारतीय चयनकर्ताओं ने कुछ खिलाड़ियों के लिए अपने को साबित करने के लिए कई अवसर दिये हैं, यहां हम ऐसे 5 खिलाड़ियों की चर्चा करते हैं जो इस बड़े टूर्नामेंट से पहले एक अवसर के हकदार हैं:
#5 सुरेश रैना
उत्तर प्रदेश का यह खिलाड़ी मैच विजेता रहा है। वर्षों से भारतीय एकदिवसीय में इस खिलाड़ी का एक बड़ा योगदान रहा है, सुरेश रैना एक अच्छा बल्लेबाज है, अवसर के अनुसार वह एक अच्छे ऑफस्पिनर और एक शानदार क्षेत्ररक्षक भी हैं। 2011 के विश्व कप में क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में उनके अनमोल योगदान को कुछ लोग नहीं भूल सकते है। वह एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो खेल को कभी भी विरोधियों से दूर ले जा सकते हैं। छोटी गेंद के खिलाफ अपनी कमजोरी के कारण रैना कुछ समय से टीम से बाहर हो गए हैं, लेकिन चयनकर्ताओं को उनके लिए सीमित ओवर प्रारूप में अनुभव को देखते हुए वापसी में सहयोग देना चाहिए, जहां शॉर्ट गेंद एक सीमा तक ही होती है। इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है और ताबड़तोड़ बल्लेबाज सुरेश रैना भारत के मध्य क्रम को बड़े पैमाने पर टीम को मजबूती देंगे।
#4 श्रेयस अय्यर
श्रेयस अय्यर एक बहुत प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी है। अपने बेहतरीन स्ट्रोकेप्ले क्षमता के लिए उन्हें पहले ही श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में संपन्न वनडे श्रृंखला में खुद को साबित करने का मौका दिया गया है और उन्होंने इस मौके पर किसी को निराश नहीं किया, उन्होंने लगातार दो मैचों में एक के बाद एक पचासे जड़ दिये। अय्यर ने खुद को टीम में जगह बनाने के लिए साबित किया है। उनकी एक ठोस तकनीक है जो इंग्लैंड की खराब स्थिति में रन बनाने में मदद कर सकती है। साथ ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट में भी उनका बेहतरीन प्रदर्शन उन्हें मजबूत करता है। प्रबंधन को लंबे समय को ध्यान में रखकर अय्यर के साथ रहना चाहिए क्योंकि वह एक बेहतरीन विकल्प हैंं जो मध्य क्रम को मजबूत कर सकता है।
#3 दिनेश कार्तिक
कुछ लोग तर्क दे सकते हैं कि उन्हें पहले से ही काफी मौके मिल चुके हैं। लेकिन तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज के हुनर और क्षमता पर कोई तर्क नहीं कर सकता। हालांकि वह असंगत रहा है पर वह अभी भी अपने दिन में बल्लेबाजी के साथ बहुत प्रभावी हो सकते हैं। दिनेश कार्तिक अपने खेल को काफी बेहतर समझते हैं और जिस तरह से वह अपनी पारी को आगे बढ़ाते हैं, उनमें विश्वास बढता हुआ दिख रहा है। वह विकेट के बीच बेहद तेजी से रन लेने वाले बल्लेबाज़ों में से एक हैं। वह टीम के साथ अपने पिछले दो चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में इंग्लैंड गए हैं। कार्तिक टीम में उपयोगी साबित हो सकते है क्योंकि वह एक शुद्ध बल्लेबाज और एक बैकअप विकेटकीपर के रूप में दोनों की भूमिका बखूबी निभा सकते हैं।
#2 बेसिल थंपी
भारत का सीमित ओवर गेंदबाजी आक्रमण भुवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह के साथ बहुत मजबूत दिखता है। लेकिन इस युवा तेज गेंदबाज को टीम में शामिल करना एक अच्छा जुआ हो सकता है। बेसिल थम्पी युवा हैं और तेजी से दौड़ते हैं, वह भारतीय जर्सी पहनने वाले केरल राज्य के चौथे खिलाड़ी हो सकते हैं। बेसिल विदेशी परिस्थितियों में अनुकूल साबित हो सकते हैं। प्रबंधन के लिए टीम इंडिया के गेंदबाजी बैकअप से विकल्प चुनने के लिए थंपी एक अलग और अनूठे होंगे। वह सभी के लिए एक आश्चर्यजनक अंश साबित हो सकते हैं, क्योंकि वह अब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए उतने सामने नहीं आए हैं।
#1 विजय शंकर
जब विजय शंकर गेंद को मारते हैं, तो वह मैदान से ज्यादा स्टेडियम के बाहर गिरती है। इस बात की हाल ही में पुष्टि हुई जब उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 33 गेंदों 61 रन बनाए। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी की क्षमता के साथ गेंदबाजी में भी कुछ अच्छी और सटीक गति भी हासिल की है। विजय एक खिलाड़ी बनकर आते हैं जो खेल की स्थिति को अच्छी तरह समझते हैं और शक्तिशाली होने के साथ-साथ अपने गेमप्ले में भी आकर्षक हो सकते हैं। कई लोग मानते हैं कि तमिलनाडु का यह क्रिकेटर टेस्ट टीम में हाल ही में शामिल किए जाने के बाद भारतीय एकदिवसीय टीम में बुलावे के करीब है। हार्दिक पांड्या के साथ यह युवा तेज गेंदबाज ऑलराउंडर एक उपयुक्त पार्टनर हो सकता है। इंग्लैंड में स्थितियां अक्सर उन टीमों के लिए अधिक अनुकूल होती हैं जिनके पास ऑलराउडर्स होते हैं जो तेज गति से गेंदबाज़ी कर सकते हैं। विजय शंकर पूरी तरह से अनुरूप हैं। लेखक- करन सेठी अनुवादक- सौम्या तिवारी