5 खिलाड़ी जिन्होंने भारत के घरेलू सत्र में निराशाजनक प्रदर्शन किया

मोहम्मद शमी

fast shami

6 टेस्ट में 18 विकेट कभी ख़राब वापसी नहीं कहला सकती। मगर मोहम्मद शमी के साथ की परेशानी मैदान पर उनका प्रदर्शन नहीं बल्कि घरेलू सत्र से अधिकांश नदारद रहना है। उन्होंने फिटनेस की समस्या के चलते आधे से ज्यादा मैच नहीं खेले जबकि उनका प्रदर्शन काफी दमदार रहा। 2015 विश्व कप से शमी भारतीय टीम का प्रमुख हिस्सा रहे हैं, लेकिन उनकी फिटनेस चिंता का विषय रही है और यही वजह है कि वो इस सूची में शामिल हैं। उनकी चोट का मतलब भारतीय टीम स्थायी गेंदबाजी आक्रमण के साथ मैदान पर पूरे सत्र में नहीं उतर सकी। हालांकि, शमी की कमी भारतीय टीम को अधिक नहीं खली क्योंकि उसने मैच जीते। मगर विराट कोहली चाहते थे कि शमी अधिक मैच खेले। इसके अलावा शमी ने जितने मैच खेले, उसमें कभी तीन से अधिक विकेट नहीं लिए जो कि अच्छे संकेत नहीं है। अगर पिच तेज गेंदबाजों के लिए भी मददगार हो और शमी का प्रदर्शन बेहतरीन नहीं रहे तो फिर इस सूची में उनका शामिल होना जायज है।