IPL 2018:5 खिलाड़ी जिन्होंने मौक़ा मिलते ही किया सभी को प्रभावित

इंडियन प्रीमियर लीग में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए जरूरी है की एक मजबूत टीम मैदान पर उतारी जाए ताकि विरोधी टीम पर दबाव बनाकर मैदान में बाजी मारी जा सके। आईपीएल 2018 का आधा से ज्यादा सीजन बीत चुका है, ऐसे में इस टूर्नामेंट में जीत हासिल करने के लिए टीमों ने कई बदलाव समय-समय पर किए हैं। आईपीएल में मजबूत टीम बनाने के लिए नीलामी प्रक्रिया में फ़्रैंचाइज़ी बेहतर विकल्प चुनती हैं। ऐसे में कई खिलाड़ी नाकाम साबित होते हैं तो कई खिलाड़ी पहले मौके से ही शानदार खेल दिखाते हैं। हालांकि कई ऐसे भी खिलाड़ी भी होते हैं जिनको शुरुआत में बड़े खिलाड़ियों के चलते टीम में जगह नहीं मिल पाती और जब कोई खिलाड़ी नाकाम या घायल होता है तो ऐसे खिलाड़ी अपने पहले मौके में ही सबको प्रभावित कर देते हैं। आइए यहां ऐसे ही खिलाड़ियों के बारे में जानते हैं जिनको आईपीएल के 11वें सीजन में खेलने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा और पहला मौका मिलते ही उन्होंने सभी को प्रभावित करके रख दिया।

#5 एलेक्स हेल्स

इंडियन प्रीमियर लीग से पहले सनराइजर्स हैदराबाद को एक बड़ा झटका तब लगा जब कप्तान डेविड वॉर्नर को आईपीएल 2018 में हिस्सा लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था। ऐसे में सनराइजर्स हैदराबाद को अपनी बल्लेबाजी में स्थिरता की बेहद जरूरत थी। इसके लिए उन्होंने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज एलेक्स हेल्स को टीम में शामिल किया। इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद ने अपनी शानदार गेंदबाजी के कारण बहुत सारे मैच जीते हैं, लेकिन कमजोर बल्लेबाजी के कारण खुद को अनिश्चित परिस्थितियों में पाया है। जिसके कारण एसआरएच ने एलेक्स हेल्स को एक मौका दिया और एलेक्स ने इस अवसर भरपूर फायदा उठाया। एलेक्स ने अपनी शानदार बल्लेबाजी के कारण शीर्ष क्रम में स्थिरता प्रदान की। उन्होंने अपने खेले शुरुआती दो मैचों में 45 की औसत से 90 रन बनाए हैं।

#4 लुंगी एनगिडी

चेन्नई सुपर किंग्स अपनी अनुभवी बल्लेबाजी लाइन-अप के कारण अंक तालिका में टॉप चार में बनी हुई है लेकिन आईपीएल 2018 में उनकी गेंदबाजी चिंता का एक प्रमुख कारण है। सीएसके के गेंदबाजों इस सीजन में काफी रन लुटा रहे हैं। खासकर डेथ ओवर में रनों की दर काफी ज्यादा है। आईपीएल के 11वें सीजन की शुरुआत में दक्षिण अफ्रीका के लुंगी नगीड़ी चेन्नई सुपर किंग्स की प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं थे। सीएसके इमरान ताहिर और शारदुल ठाकुर को टीम में बनाए हुए था जो कि काफी मंहगे साबित हो रहे थे। दरअसल, अपने पिता की अचानक मृत्यु के कारण नगीड़ी को दक्षिण अफ्रीका वापस जाना पड़ा। भारत वापसी के बाद उन्हें चेन्नई की प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई। जिसके बाद नगीड़ी ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन दिखाया। सीएसके की ओर से अधिकांश गेंदबाजों ने प्रति ओवर 9 रन दिए हैं तो वहीं नगीड़ी ने प्रति ओवर 7.81 रन दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने 3 विकेट भी हासिल किए हैं।

#3 जोफ़्रा आर्चर

जोफ्रा आर्चर को नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 7.20 करोड़ रुपये की बड़ी रकम देकर खरीदा था। आईपीएल से पहले जोफ्रा को चोट लग गई और टूर्नामेंट के शुरुआती हिस्से में खेलने से वो चूक गए। इसके बाद आखिरकार अपने छठे मैच में राजस्थान ने इस ऑलराउंडर का चयन किया और इस गेंदबाज ने इस मौके के बाद सबको प्रभावित किया। आर्चर ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ टीम की जीत में बड़े पैमाने पर योगदान दिया। तब से उन्होंने अपनी अच्छा फॉर्म जारी रखी है। आर्चर ने बल्लेबाजों को अपनी गति से काफी परेशान किया है। उन्होंने इसके बाद खेले गए चार मैचों में 15.25 की औसत से 8 विकेट लिए हैं।

#2 संदीप शर्मा

सनराइजर्स हैदराबाद हमेशा अपनी गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। इस साल भी सनराइजर्स हैदराबाद ने यह सुनिश्चित किया कि वे एक मजबूत गेंदबाजी लाइन अप के साथ मैदान पर उतरें। उन्होंने सिद्धार्थ कौल, संदीप शर्मा, तुलसी थम्पी और खलील अहमद जैसे कई घरेलू भारतीय गेंदबाजों को खरीदा। यहां तक ​​कि इस तरह के एक मजबूत भारतीय तेज गेंदबाजी दल के साथ, सनराइजर्स हैदराबाद ने क्रिस जॉर्डन और बिली स्टैनलेक जैसे विदेशी सीमर चुने। हालांकि, स्टैनलेक को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया गया और भुवनेश्वर कुमार घायल हो गए, जिसके बाद संदीप शर्मा को टीम मौका दिया गया। पंजाब के इस तेज गेंदबाज ने निराश नहीं किया और नई गेंद के साथ शानदार प्रदर्शन किया है। संदीप शर्मा पॉवर प्ले में शानदार गेंदबाजी करते हुए इस इंडियन प्रीमियर लीग में देखे जा सकते हैं। पॉवर प्ले के दौरान विपक्षी बल्लेबाजों पर संदीप शर्मा लगाम लगाने में कामयाब हो रहे हैं। उन्होंने 5 मैचों में 6 विकेट लिए हैं। इस साल उनके प्रदर्शन का सबसे चौंकाने वाला हिस्सा 5.31 रन की शानदार इकॉनमी रेट रही है।

#1 पृथ्वी शॉ

इस साल भारत ने अंडर-19 विश्व कप अपने नाम किया, जिसके बाद कई युवा खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग में भी नीलामी के जरिए खरीदा गया। इसमें अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम की अगुवाई करने वाले कप्तान पृथ्वी शॉ भी शामिल हैं। इस बार की नीलामी प्रक्रिया में दिल्ली डेयरडेविल्स ने पृथ्वी शॉ को खरीदा था। हालांकि आईपीएल के शुरुआती मैचों में उन्हें मौका नहीं मिला और बाद में जब उन्हें मौका मिला तो उन्होंने सभी को अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से प्रभावित किया। लेखक: रैना सिंह अनुवादक: हिमांशु कोठारी