5 खिलाड़ियों के लिए आखिरी चैम्पियंस ट्रॉफी हो सकती है

आईसीसी चैंपियंस ट्राफी 2017 इस साल सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट है, जिसको लेकर क्रिकेट के दीवाने बहुत ही रोमांचित हैं। 1998 में इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी, जिसका नाम तब आईसीसी नॉकआउट ट्रॉफी था। साल 2002 में इस टूर्नामेंट का नाम बदलकर चैंपियंस ट्रॉफी कर दिया गया था। जिसमें टॉप टीमें भाग लेती हैं। चैंपियंस ट्रॉफी का अगला संस्करण 2019 के वर्ल्डकप के बाद भारत में आयोजित होगा। ऐसे में तब तक बहुत से दिग्गज खिलाड़ी हो सकता है संन्यास ले चुके होंगे। इसकी मुख्य वजह उनकी उम्र होगी। इस लेख के माध्यम से ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में आपको बता रहे हैं: एबी डीविलियर्स प्रोटेस टीम के कप्तान एबी डीविलियर्स के पास इस बार बड़ा मौका है वह अपनी टीम को 19 वर्ष बाद चैंपियंस ट्राफी का चैंपियन बना सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका ने चैंपियंस ट्रॉफी का पहला संस्करण 1998 में जीता था। इस टूर्नामेंट के जीतने से उनके ऊपर लगे चोकर्स का ठप्पा भी हट जायेगा। एबी की उम्र इस वक्त 33 वर्ष है, ऐसे में उनके साल 2019 में होने वाले चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने की उम्मीद बेहद कम ही है। मौजूदा समय के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज़ डीविलियर्स में विपक्षी गेंदबाजों की गेंदों को मैदान के किसी भी कोने में मारने की क्षमता है। इसलिए उनका नाम मिस्टर 360 डिग्री भी है। डीविलियर्स ने अबतक 217 मैचों में 9220 रन बनाये हैं। उनका औसत 54।23 का है। उन्होंने इस दौरान 52 अर्धशतक और 24 शतक बनाये हैं। शोएब मलिक युनिस खान और मिस्बाह उल हक के संन्यास के बाद शोएब मलिक पाकिस्तान के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं। ऐसे में चैंपियंस ट्राफी के बाद वह अपने प्रदर्शन के आधार पर फैसला ले सकते हैं। उम्मीद ये भी है कि वह पाकिस्तान के लिए 2019 के वर्ल्डकप में भी भाग ले सकते हैं। जिसके बाद वह निर्णय लें। शोएब मलिक उन चुनिन्दा खिलाड़ियों में से एक हैं जो साल 2002 से लेकर अबतक के सभी चैंपियंस ट्राफी में भाग ले चुके हैं। पाकिस्तान के लिए 247 वनडे में 39 अर्धशतक और 9 शतक की मदद से 6711 रन बनाये हैं। लसिथ मलिंगा मलिंगा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक हैं, उनके डेथ ओवर की गेंदबाज़ी पर शक नहीं करते। साल 2004 डेब्यू करने वाले मलिंगा तब से लगातार श्रीलंका के लिए खेल रहे हैं। वह बल्लेबाजों को घुटने टेकने वाले यॉर्कर फेंकते रहे हैं। लेकिन इधर अगर आईपीएल में उनकी गेंदबाज़ी पर गौर करे तो उनकी क्षमता में कमी नजर आई है। इससे पहले मलिंगा की गेंदों के सामना करते हुए बल्लेबाजों के पाँव कांपते रहते थे। मौजूदा समय में मलिंगा अपनी टीम के सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं। ऐसे में 2019 में उनके खेलने की सम्भावना बेहद कम ही है। युवराज सिंह विश्व क्रिकेट में युवराज का नाम एक शानदार फाइटर की तरह लोगों के जहन में हमेशा ताज़ा रहेगा। क्योंकि युवराज ने खुद को मैदान के अंदर और बाहर हालात से लड़ते हुए विजय हासिल की है। युवराज इस लिस्ट में एक मात्र ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2000 के चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लिया है। अबतक वह 3 चैंपियंस ट्राफी खेल चुके हैं। जबकि 2009 और 2013 के संस्करण में चोट और अन्य कारणों से नहीं खेल पाए थे। युवा प्रतिभा ऋषभ पन्त, इशान किशन और अन्य खिलाड़ियों के आने से युवराज हो सकता है, लम्बे समय तक भारतीय टीम का हिस्सा न रहे। इसका दूसरा कारण उनकी उम्र भी हैं। जो अब 35 है। एमएस धोनी युवराज सिंह की तरह ही धोनी ने भी भारतीय क्रिकेट की बीते एक दशक से लगातार सेवा की है। बतौर कप्तान वह भारत के सबसे सफल कप्तान रहे हैं। इसके अलावा आईसीसी के सभी बड़े टूर्नामेंट भी धोनी ने अपनी कप्तानी में जीते हैं। लेकिन धोनी अब उतने खतरनाक बल्लेबाज़ नहीं रहे हैं, जितने की पहले होते थे। उन्हें अब रंग में आने में समय लगता है। जबकि युवा ऋषभ पन्त की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए चयनकर्ता बड़ा फैसला कर सकते हैं। ऐसे में धोनी के संन्यास लेने में ज्यादा समय नहीं बचा है। उनकी भी 35 वर्ष है। इसलिए अगले चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी के खेलने के चांस बेहद ही क्षीण हैं।