युवराज सिंह की तरह ही धोनी ने भी भारतीय क्रिकेट की बीते एक दशक से लगातार सेवा की है। बतौर कप्तान वह भारत के सबसे सफल कप्तान रहे हैं। इसके अलावा आईसीसी के सभी बड़े टूर्नामेंट भी धोनी ने अपनी कप्तानी में जीते हैं। लेकिन धोनी अब उतने खतरनाक बल्लेबाज़ नहीं रहे हैं, जितने की पहले होते थे। उन्हें अब रंग में आने में समय लगता है। जबकि युवा ऋषभ पन्त की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए चयनकर्ता बड़ा फैसला कर सकते हैं। ऐसे में धोनी के संन्यास लेने में ज्यादा समय नहीं बचा है। उनकी भी 35 वर्ष है। इसलिए अगले चैंपियंस ट्रॉफी में धोनी के खेलने के चांस बेहद ही क्षीण हैं।
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