आईपीएल युवा भारतीय क्रिकेटरों को राष्ट्रीय टीम में चयन के लिए एक मंच मुहैया करवाता है। कई खिलाडी ऐसे हैं जिन्होंने आईपीएल में अपने शानदार प्रदर्शन से राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई है हालाँकि कई खिलाड़ी इसका अपवाद भी हो सकते हैं। एक खिलाड़ी जो पहले से ही राष्ट्रीय टीम का हिस्सा है, आईपीएल में अपने खराब प्रदर्शन की वजह से भारतीय टीम में अपनी जगह भी खो सकता है। मुख्य रूप से युवा खिलाड़ियों के बढ़िया प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में जगह पाने की प्रतिस्पर्धा और मुश्किल होती जा रही है। आईपीएल 2018 ने लगभग अपना आधा सत्र पूरा कर लिया है। आईये जानते हैं 5 ऐसे खिलाड़िओं के बारे में जो हाल ही में संपन्न श्रृंखला में भारतीय टीम का नियमित हिस्सा रहे हैं लेकिन आईपीएल में अपने खराब प्रदर्शन की वजह से टीम में अपना स्थान खो सकते हैं।
#1 मनीष पांडे
कर्नाटक के बल्लेबाज मनीष पांडे का इस वर्ष सबसे यादगार दिन वो था जब उन्हें सनराइज़र्स हैदराबाद ने आईपीएल नीलामी में 11 करोड़ रुपये में खरीदा था लेकिन लगता है कि आने वाला समय उनके लिए अच्छा नहीं रहेगा। दाएं हाथ के मध्य क्रम के इस बल्लेबाज ने इस सीजन में अब तक आठ मैचों में 112.85 की स्ट्राइक रेट से महज 158 रन बनाए हैं। हालाँकि उनका खराब प्रदर्शन अभी तक चर्चा का विषय नहीं बना है क्यूंकि उनकी टीम अभी तक लगातार जीतती आ रही है। इतना ही नहीं, आईपीएल के अपने प्रदर्शन से उनका राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बचाना भी मुश्किल हो गया है। उनके साथी खिलाड़ी के एल राहुल और अंबाती रायुडू उनके खराब प्रदर्शन के चलते राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बना सकते हैं। विश्वकप 2019 में अब बस एक साल रह गया है, ऐसे में विराट कोहली और टीम प्रबंधन बेहतरीन टीम बनाने में जुटे हैं, इसलिए अगर मनीष अपना खराब प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उनके लिए भारतीय टीम में अपनी जगह बचाना बहुत मुश्किल हो सकता है।
#2 मोहम्मद शमी
पिछले कुछ महीनें मोहम्मद शमी के लिए अच्छे नहीं रहे हैं। निजी विवाद और फिर एक सड़क दुर्घटना के बाद आईपीएल में हिस्सा ले रहे इस भारतीय तेज़ गेंदबाज को जल्द ही और परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। भारतीय टीम में जसप्रीत बुमराह और भुवनेश्वर कुमार की उपस्थिति में पहले से ही बेंच स्ट्रेंथ की शोभा बढ़ा रहे शमी का आईपीएल में अब तक निराशाजनक प्रदर्शन उनके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। आईपीएल के वर्तमान सीज़न में में दिल्ली डेयरडेविल्स के इस गेंदबाज़ ने अभी तक अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं किया है। पहले चार मैचों में 3 विकेट लेकर 10.40 की महंगी इकॉनमी रेट से रन लुटाने के बाद शमी ने टीम प्रबंधन का विश्वास खो दिया है और ऐसा लगता है कि वे उन्हें बाकी के मैचों में टीम में शामिल नहीं करेंगे। दूसरी तरफ़ आरसीबी की ओर से खेल रहे उमेश यादव ने इस सीज़न में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है, ऐसे में शमी का भारतीय टीम में एक आरक्षित गेंदबाज के तौर पर जगह बनाना भी मुश्किल हो गया है।
#3 अक्षर पटेल
इस वर्ष की आईपीएल नीलामी से पहले अक्षर पटेल किंग्स-XI पंजाब के एकमात्र ऐसे खिलाड़ी थे जिनको टीम प्रबंधन ने रिटेन किया था। हालांकि टूर्नामेंट के दो मैचों के बाद ही नए कप्तान आर. अश्विन को विजेता टीम बनाने का फॉर्मूला मिल गया जिसमें बाएं हाथ के इस गेंदबाज़ की कोई जगह नहीं बनती थी। अक्षर के मामले में खराब प्रदर्शन नहीं, बल्कि टीम में अवसर ना मिल पाना चिंता का विषय है। भारतीय टीम द्वारा बाएं हाथ के धीमी गति के गेंदबाज के निरंतर प्रदर्शन को नजरअंदाज करना कोई नई बात नहीं, अतीत में मुरली कार्तिक और प्रज्ञान ओझा इसके उदाहरण हैं। इसके अलावा, अश्विन पंजाब का पूरे आत्मविश्वास से नेतृत्व कर रहे हैं और अपनी जीत की लय को बरकरार रखने के लिए शायद उनको दूसरे स्पिनर की ज़रूरत महसूस नहीं होती। इसके अलावा आश्विन भी भारतीय टीम में वापसी के लिए जूझ रहे हैं और यह आईपीएल उनके लिए एक टेस्ट की तरह है।
#4 वॉशिंगटन सुंदर
18 वर्षीय वॉशिंगटन सुंदर ने अपने शानदार प्रदर्शन से आईपीएल 2018 में अपनी जगह बनाई। तमिलनाडु प्रीमियर लीग के साथ ही आईपीएल 2017 में राइज़िंग पुणे सुपरजीएंट्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ट प्रदर्शन किया था और दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने थे। इसके अलावा हाल ही में समाप्त हुई निदाहास ट्रॉफी में उन्हें 'मैन ऑफ़ द सीरीज़ के' चुना गया। इस वर्ष की आईपीएल नीलामी में आरसीबी ने उन्हें 4 करोड़ में खरीदा था और इस ऑफ-स्पिन गेंदबाज़ से पॉवरप्ले में प्रभावी गेंदबाज़ी और निचले क्रम में बल्ले से योगदान देने की उम्मीद थी, लेकिन अब तक सुंदर अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। आईपीएल के वर्तमान सीज़न में उन्होंने अब तक औसत दर्जे का खेल दिखाया है। 48 की औसत से केवल चार विकेट और 9.6 की इकोनॉमी रेट से रन लुटाकर तमिलनाडु के इस गेंदबाज़ ने भारतीय टीम में चुने जाने की अपनी संभावनाओं को कम किया है। वहीं कप्तान विराट कोहली को उनसे जिस प्रदर्शन की उम्मीद थी, सुंदर उनकी अपेक्षाओं पर खरे उतरने में असफल रहे हैं। फिर भी ऐसा कहा सकता है की इस युवा गेंदबाज़ को अभी काफी लंबा सफर तय करना है और उम्मीद की जानी चाहिए कि वे अपनी ग़लतियों से सीखेंगे और अपना सर्वश्रेष्ट देंने का प्रयास करेंगे।
#5 जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट 11.5 करोड़ के मूल्य टैग के साथ इस वर्ष की आईपीएल नीलामी में सबसे महंगे भारतीय गेंदबाज़ बन गए थे। कमज़ोर श्रीलंकाई टीम के खिलाफ हाल ही में हुई टी 20 श्रृंखला में उन्हें 'मैन ऑफ द सीरीज़' चुना गया था और आईपीएल 2017 में 12 मैचों में 24 विकेट लेकर उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया था। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज से उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स को बड़ी उम्मीदें थीं। आईपीएल के वर्तमान सीज़न में बंगाल के इस तेज गेंदबाज ने 8 मैचों में केवल 7 सात विकेट लिए और लगभग 10 की इकोनॉमी रेट से रन लुटाये हैं। इतने ज़्यादा मूल्य टैग साथ उनका ख़राब प्रदर्शन निश्चित रूप से टीम प्रबंधन के लिए चिंता का विषय बन गया है। भारतीय टीम में हाल में जगह बनाने वाले इस गेंदबाज़ के लिए आना वाला समय चुनौतीपूर्ण होगा। अगर उनके प्रदर्शन में कोई सुधार नहीं आता तो भारतीय टीम में उनका चयन बहुत मुश्किल हो जायेगा। लेखक : कुशाग्रा अग्रवाल अनुवादक : आशीष कुमार