भारत ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला में हार का सामना करना पड़ा। पूरी श्रृंखला में भारत का मध्य क्रम बेहद कमज़ोर दिखाई दिया। यह एक ऐसा मुद्दा है जो 2011 से टीम इंडिया की चिंता का कारण बना हुआ है और विश्वकप 2019 से पहले इस टीम इंडिया को इसका हल निकालना होगा। जब से सुरेश रैना और युवराज सिंह खराब फॉर्म की वजह से टीम से बाहर हुए हैं, तब से भारत को इन बल्लेबाजों का सही उत्तराधिकारी ढूढ़ना बहुत मुश्किल हो गया है। ऐसी स्थिति में टीम को मध्य क्रम के मजबूत खिलाड़ी की ज़रूरत है जो 5 वें नंबर पर बल्लेबाज़ी कर सकता हो, तो आइये नज़र डालते हैं ऐसे पांच खिलाड़ियों पर जो नंबर 5 पर बल्लेबाज़ी करने के लिए आदर्श विकल्प हो सकते हैं। हनुमा विहारी हनुमा विहारी ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत 2010 मे की थी और 2 साल बाद वो भारत की U-19 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे। वो अपने संतुलन और तनाव झेलने की काबिलियत के लिए जाने जाते है। 24 साल के विहारी ने ने 56 लिस्ट-ए मैचों में, 47.25 के औसत से चार शतक सहित 2268 रन बनाए हैं। विहारी को घरेलू सर्किट में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ताओं ने अनदेखा किया है। भारत को उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल करने पर विचार करना चाहिए। इंग्लैंड के हाल ही में किये गए भारत ए के दौरे में विहारी ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया था। हाल ही में उन्होंने इंग्लैंड में खेली गई त्रिकोणीय श्रृंखला में 253 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। विहारी ने चयनकर्ताओं को दिखाया है कि वह किसी भी स्थिति में बल्लेबाज़ी करने के लिए सक्षम हैं। दीपक हुड्डा दीपक हूडा एक और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं जिन्हें भारतीय टीम के बल्लेबाजी क्रम में पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जा सकता है।उन्हें अपने धमाकेदार खेल के लिए 'तूफान' उपनाम दिया गया है। उन्होंने 37 सूची ए मैचों में 1373 रन बनाए हैं, जो 98.28 की प्रभावशाली स्ट्राइक रेट पर बने हैं, जिसमें 44 छक्के शामिल हैं। वह एक अच्छे ऑलराउंडर भी हैं, क्योंकि उन्होंने 21 पारियों में 23 विकेट लिए हैं। उन्हें आईपीएल की नीलामी में सबसे पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने खरीदा था, लेकिन वे सही तरीके से उनका इस्तेमाल नहीं कर सके। क्रुणाल पांड्या छोटे भाई हार्दिक की तरह ही क्रुणाल पांड्या भी एक बेहतरीन आलराउंडर हैं। क्रुणाल बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज और मध्य क्रम में टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज हैं। रणजी ट्रॉफी में बड़ौदा की तरफ से बढ़िया प्रदर्शन के बाद आईपीएल 2016 में उन्हें मुंबई ने अपनी टीम में शामिल किया और क्रुणाल ने फ्रेंचाइजी द्वारा उन पर दिखाए भरोसे को सही साबित कर दिखाया। बड़ौदा के इस ऑलराउंडर ने आईपीएल के हर सीज़न में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है। अब तक चार 'मैन ऑफ द मैच' जीत चुके इस 27 वर्षीय खिलाड़ी ने राष्ट्रीय टीम में जगह के लिए अपनी दावेदारी पेश कर दी है और इसमें कोई आश्चर्य नहीं होगा अगर निकट भविष्य में दोनों पांड्या भाई एक साथ भारतीय टीम के लिए खेलें। ऋषभ पंत भारत के सबसे प्रतिभाशाली युवा क्रिकेटरों में से एक, ऋषभ पंत दिल्ली रणजी टीम का नेतृत्व कर चुके हैं और उन्होंने मैच में अपनी रणनीतिक क्षमता और सूझबूझ से सब को प्रभावित किया है। वह इस सीज़न में दिल्ली डेयरडेविल्स के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक थे और अपनी योग्यता और प्रतिभा के कारण पंत निश्चित रूप से निकट भविष्य में टीम इंडिया के प्रमुख खिलाड़ी होंगे। इस साल पंत ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खुद को साबित किया और वह इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बने। उन्होंने मध्य क्रम में जिम्मेदारी और धैर्य के साथ खेलते हुए अपनी टीम को जीत दिलाई। हाल ही में पूरे इंग्लैंड दौरे में उन्होंने भारत ए के लिए सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में वर्तमान भारतीय टीम में नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने के लिए पंत एक शानदार विकल्प है। दिनेश कार्तिक दिनेश कार्तिक अपने पूरे दस वर्षों के आईपीएल करियर में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आये हैं। 25 की औसत और 125 की स्ट्राइक रेट के साथ, कार्तिक के पास एक अच्छा रिकॉर्ड है। कार्तिक को आईपीएल के 2014 और 2015 के सत्रों में 12.5 और 10.5 करोड़ के साथ टीमों ने अपने पास रखा। पिछले साल भी तमिलनाडु के इस विकेटकीपर ने गुजरात लायंस के लिए 36.10 की औसत से और लगभग 140 की स्ट्राइक रेट के साथ बेहतरीन प्रदर्शन किया था। कार्तिक टीम इंडिया का नियमित हिस्सा नहीं रहे हैं लेकिन निश्चित रूप से वह वर्तमान भारतीय टीम में नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने के लिए आदर्श विकल्प हैं।