भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं ने 17 सदस्यों की एकदिवसीय टीम इंडिया का चयन किया जो दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ अगले साल सीरीज़ खेलेगी। भारत का प्रोटियाज़ दौरा अलगे साल के शुरुआत में होगा, जहां टीम इंडिया 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ और 6 मैचों की वनडे सीरीज़ खेलेगी। टीम में किसी भी अनजान चेहरे को जगह नहीं मिली है, चयनकर्ताओं ने कोशिश की है कि 2018 के पहले विदेशी दौरे पर एक मज़बूत टीम जाए जो प्रोटियाज़ टीम पर भारी पड़े। चयनकर्ताओं ने भारत की स्पिन जोड़ी रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा को भी दक्षिण अफ़्रीका के लिए टीम इंडिया के वनडे टीम में जगह नहीं दी है। चयन को देखकर ऐसा लगता है कि बीबीसीआई 2019 वर्ल्ड कप की तैयारी में लगी है। दक्षिण अफ़्रीका की मज़बूत टीम के ख़िलाफ़ सुरेश रैना और युवराज सिंह को भी टीम में जगह नहीं मिल पाई। ये दोंनों खिलाड़ी घरेलू सर्किट में भी अपने फ़ॉर्म को लेकर जद्दोजहद करते दिख रहे हैं। इसे भी पढ़ें: दक्षिण अफ्रीका दौरे को लेकर विराट कोहली ने रखे अपने विचार टीम इस प्रकार है : विराट कोहली(कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडेय, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धोनी, अजिंक्य रहाणे, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार, युज़वेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, शरदुल ठाकुर, मोहम्मद शमी और केदार जाधव।
सिद्धार्थ कौल
श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ के लिए पंजाब के तेज़ गेंदबाज़ सिद्धार्थ कौल टीम इंडिया में जगह दी गई थी। 29 साल के के इस गेंदबाज़ ने घरेलू सक्रिट में शानदार खेल दिखाया, जिसका उनको बख़ूबी फ़ायदा मिला। हांलाकि उनको वनडे सीरीज़ के एक भी मैच में खेलने का मौक़ा नहीं मिला जिससे वो अपने हुनर को साबित कर पाते। उन्हें दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ वनडे सीरीज़ में नहीं चुना गया है, उनकी जगह मुंबई के शरदुल ठाकुर को मौक़ा दिया गया जो फ़िलहाल पूरी तरह फ़िट हैं। जब इंग्लैंड की टीम साल 2017 की शुरुआत में भारत आई थी तब सिद्धार्थ इंग्लैंड के ख़िलाफ इंडिया ए का हिस्सा थे। इसके अलावा वो दक्षिण अफ़्रीका में हुई त्रिकोणीय सीरीज़ में भी इंडिया ए का हिस्सा थे जहां वो तीसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने थे।
बेसिल थंपी
आईपीएल 2017 में जिस खिलाड़ी ने सबका ध्यान अपनी तरफ़ ख़ीचा था वो हैं गुजरात लॉयंस के बासिल थंपी। केरल के इस तेज़ गेंदबाज़ को टूर्नामेंट के इमर्जिंग प्लेयर ऑफ़ द ईयर के ख़िताब से नवाज़ा गया। उसके बाद से थंपी की तारीफ़ हर एक ने की है चाहे वो मौजूदा क्रिकेटर हों या कोई पूर्व खिलाड़ी, क्योंकि वो जिस तरह की गेंदबाज़ी करते हैं सबको अपना दीवाना बना लेते हैं। उन्हें डेथ बॉलर के तौर पर देखा जाता है जो एक जानलेवा यॉर्कर फेंकते हैं। थंपी को न्यूज़ीलैंड ए टीम के ख़िलाफ़ भारत की ए टीम में शामिल किया गया था जहां उनका प्रदर्शन अच्छा रहा। इसी खेल की बदौलत उन्हें श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी-20 में टीम इंडिया में शामिल किया गया था। बदकिस्मती से उनको सीरीज़ में खेलने का मौक़ा नहीं मिल पाया था। हांलाकि थंपी को बैकअप गेंदबाज़ के तौर पर भारतीय टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। अगर उन्हें प्रोटियाज़ टीम के ख़िलाफ़ टेस्ट खेलने का मौक़ा मिला तो उन्हें अपना बेस्ट देना होगा।
ऋषभ पंत
पिछले 2 सालों में ऋषभ पंत ने घरेलू सर्किट में शानदार खेल से सबका दिल जीता है, भले ही वो महज़ 19 साल के हैं लेकिन इसके बावजूद साल 2017 की शुरुआत में उन्होंने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में अपना डेब्यू किया है। आईपीएल में भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है, इसके अलावा प्रथम श्रेणी मैचों में भी उन्होंने ज़बरदस्त खेल से सबका दिल जीता है। यही वजह रही है कि वो हमेशा चयनकर्ताओं के रडार में रहे हैं। हांलाकि इंग्लैंड में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी 2017 में ऋषभ को मौक़ा नहीं मिल सका था, लेकिन वो वेस्टइंडीज़ के दौरे पर ज़रूर गए थे, उम्मीद है कि भविष्य में वो टीम इंडिया के मध्य क्रम के बल्लेबाज़ और विकेटकीपर के तौर पर चुने जाएंगे।
उमेश यादव
पिछले साल से उमेश यादव भारत की वनडे टीम का हिस्सा रहे हैं और हमेशा प्लेइंग इलेवन में उन्हें शामिल किया जाता रहा है। लेकिन न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ उन्हें इंडिया के वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया था। यही सिलसिला श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में भी जारी रहा। उमेश की जगह टीम इंडिया के चयनकर्ताओं ने शरदुल ठाकुर को टीम में जगह दी है क्योंकि मुंबई के इस खिलाड़ी को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ भी खेलने का अनुभव है। हांलाकि शरदुल श्रीलंका के ख़िलाफ़ टीम इंडिया में शामिल नहीं किए गए थे। दरअसल शरदुल रणजी मैच में चोटिल हो गए थे। टीम इंडिया में मोहम्मद शमी को भी शामिल किया गया है लेकिन चयनकर्ताओं ने उमेश की जगह शरदुल पर भरोसा करना सही समझा।
केएल राहुल
श्रीलंका के ख़िलाफ़ टी-20 सीरीज़ में केएल राहुल ने शानदार खेल दिखाया, उन्होंने सीरीज़ के पहले मैच में 48 गेंद पर 61 रन बनाए और दूसरे टी-20 मैच में 49 गेंद पर 89 रन का निजी स्कोर बनाया। इसके बावजूद दक्षिण अफ़्रीका में होने वाले वनडे सीरीज़ के लिए उनका चयन नहीं हुआ। साल 2017 में जब भारत ने श्रीलंका का दौरा किया था तब राहुल को चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने को कहा गया। कर्नाटक के इस बल्लेबाज़ को 2 बार बल्लेबाज़ी करने का मौक़ा मिला लेकिन उन्होंने इसे भुना पाने में क़ामयाबी हासिल नहीं की। इस सीरीज़ के बाद केएल राहुल को ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के ख़िलाफ़ वनडे टीम में शामिल नहीं किया गया। टीम मैनेजमेंट ने सोचा कि केएल राहुल को टॉप ऑर्डर में बल्लेबाज़ी कराना सही रहेगा, लेकिन रोहित शर्मा, शिखर धवन और अंजिंक्य रहाणे की मौजूदगी में किसी और बल्लेबाज़ को टीम में जगह मिलना मुश्किल था। हांलाकि जिस तरह का प्रदर्शन उन्होंने श्रीलंका के ख़िलाफ़ किया है, उनको वनडे टीम में जगह मिल सकती थी। लेकिन चयनकर्ताओं ने कुछ और ही सोच रखा था, शायद राहुल को टीम इंडिया में वापस आने के लिए कुछ और वक़्त का इंतेज़ार करना पड़ सकता है। लेखक – विग्नेश अनंथासुब्रामनियम अनुवादक – शारिक़ुल होदा