टीम इंडिया साल 2018 की शुरुआत में दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर जाने वाली है जहां वो 3 मैचों की टेस्ट सीरीज़ के अलावा 6 वनडे और 3 टी20 की सीरीज़ खेलेगी। विराट कोहली की कप्तानी में ये टीम क़रीब 17 महीने के लंबे अंतराल के बाद भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर कोई टेस्ट सीरीज़ खेल रही है। कुछ भारतीय खिलाड़ियों के लिए ये पहला दक्षिण अफ़्रीकी दौरा होगा। बेहद मुमकिन है कि डेल स्टेन और एबी डीविलियर्स टेस्ट सीरीज़ में वापसी कर सकते हैं लेकिन अभी तक इसका फ़ैसला नहीं हुआ है। इन दोनों क्रिकेटर के बिना भी प्रोटियाज़ टीम काफ़ी मज़बूत दिख रही है। साल 2017 में टीम इंडिया का घरेलू मैदान में ज़बरदस्त प्रदर्शन रहा है, लेकिन अब विराट कोहली की टीम का असली इम्तिहान विदेशी मैदानों में होगा। दोनों टीमों के पास कुछ महान खिलाड़ी मौजूद है, यहां हम उन खिलाड़ियों की बात कर रहे हैं जो मैच का रुख़ पलट सकते हैं और टेस्ट सीरीज़ का नतीजा तय कर सकते हैं।
#5 डीन एलगर
प्रोटियाज़ टीम के इस सलामी बल्लेबाज़ का प्रदर्शन 2017 में दक्षिणअफ़्रीका के लिए लगातार बेहतर रहा है। डीन एलगर ने इस साल सबसे ज़्यादा रन बनाए हैं। 30 साल के इस खिलाड़ी ने साल 2017 में खेले गए 11 टेस्ट मैचों में 54.85 की औसत से 1097 रन बनाए हैं, जिसमें 5 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं। साउथ अफ़्रीका के लिए खेलते हुए एलगर ने 20 टेस्ट मैच में 56.15 की औसत से कुल 1460 रन बनाए हैं, जिसमें 6 सेंचुरी और 4 हाफ़ सेंचुरी शामिल है। दक्षिणअफ़्रीका में खेले गए आख़िरी 8 मैचों में उनका स्कोर 113, 18, 119, 27, 55, 129, 52, और 45 रहा है। अगले साल होने वाली टेस्ट सीरीज़ के पहले मैच में एलगर का रोल अहम हो सकता है, क्योंकि आख़िरी 12 महीनों में साउथ अफ़्रीका के लिए किसी बल्लेबाज़ ने इतने रन नहीं बनाए जितने कि डीन एलगर ने बनाए हैं। उनके पास लंबी और संयम से भरी पारी खेलने का हुनर मौजूद है, उम्मीद है कि 2018 की शुरुआत में वो धमाल मचा सकते हैं।
#4 चेतेश्वर पुजारा
मौजूदा दौर के क्रिकेट जगत में अगर तकनीकी तौर पर कोई सबसे सही बल्लेबाज़ है, तो वो हैं भारत के चेतेश्वर पुजारा। पुजारा टीम इंडिया के लिए टेस्ट मैच के विशेषज्ञ बल्लेबाज़ हैं, पिछले कुछ सालों में उनका प्रदर्शन लगातार बेहतर हुआ है। साल 2017 में पुजारा ने भारत के लिए 11 टेस्ट मैच खेले हैं और 67.05 की औसत से 1140 रन बनाए हैं। इनमें 4 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। पुजारा ने साउथ अफ़्रीका के के खिलाफ़ उन्हीं के घर में अब तक 2 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 70 की औसत से 280 रन बनाए हैं, इसमें एक शानदार शतक शामिल है। वो विदेशी मैदान में भारत के एक सफल बल्लेबाज़ हैं, अगले साल होने वाली टेस्ट सीरीज़ में उनपर काफ़ी ज़िम्मेदारियों के बोझ हैं। वो हर गेंद पर सटीक शॉट लगाने में माहिर हैं जो टीम इंडिया के लिए वरदान साबित हो सकता है। विराट कोहली को पुजारा पर पूरा भरोसा है। उम्मीद है कि पुजारा भारतीय फ़ैंस को निराश नहीं करेंगे।
#3 हाशिम अमला
दक्षिणअफ़्रीका के हाशिम अमला क्रिकेट के हर प्रारूप में तेज़ रन बनाने के लिए मश्हूर हैं, वो साउथ अफ़्रीकी टीम में तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हैं। अमला प्रोटियाज़ टीम की बल्लेबाज़ी लाइन-अप में हमेशा स्थिरता लाते रहे हैं। 34 साल के अमला ने साल 2017 में साउथ अफ़्रीका के लिए 11 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 50 की औसत से 942 रन बनाए हैं, इनमें 3 शतक और 4 अर्धशतक शामिल हैं। घरेलू मैदान नें तो अमला का रिकॉर्ड और भी बेहतर रहा है। उनका बल्लेबाज़ी औसत अपने घरेलू मैदान में बेहतरीन है, उन्होंने सुपर स्पोर्ट पार्क में 80.13, न्यूलैंड्स मे 48 और जोहान्सबर्ग में 55 की औसत से रन बनाए हैं। घरेलू मैदान में हाशिम अमला के आख़िरी 4 मैचों में स्कोर 132, 28, 137 और 134 रहा है। वो क्रीज़ पर लंबे समय के लिए बल्लेबाज़ी करते हैं जिससे दक्षिण अफ़्रीकी टीम को मज़बूती मिलती है। अगर भारतीय गेंदबाज़ों ने अमला का विकेट जल्दी नहीं लिया तो वो भारत के लिए ख़तरा बन सकते हैं।
#2 विराट कोहली
विराट कोहली ने पिछले 18 महीनों में 6 बार दोहरा शतक लगाया है, वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार बेहतर प्रदर्शन करना जानते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट जगत में उनका जलवा बरक़रार है। साल 2017 में उनका रिकॉर्ड ज़बरदस्त रहा है, बतौर कप्तान उन्होंने टीम इंडिया को इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ में जीत दिलाई है। साल 2017 में उन्होंने 10 टेस्ट मैच खेले हैं और 75.64 की औसत से 1059 रन बनाए हैं। इसमें 3 दोहरा शतक, 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। पिछली 3 पारियों में उनका स्कोर 243, 213 और 104* रहा है। कोहली दूसरी बार दक्षिणअफ़्रीका में टेस्ट सीरीज़ खेलने जा रहे हैं, पिछली बार सिर्फ़ एक खिलाड़ी के तौर पर वहां गए थे, लेकिन इस बार बतौर कप्तान प्रोटियाज़ टीम को चुनौती देंगे। पिछले साउथ अफ़्रीकी दौरे के दौरान उनका स्कोर 68 की औसत से 119, 96, 46 और 11 रन था। टीम इंडिया की तरफ़ से वो प्रोटियाज़ टीम के गेंदबाज़ों पर क़हर बरपा सकते हैं। उनकी कप्तानी का असली इम्तिहान भी अब होगा क्योंकि उनकी कप्तानी में टीम इंडिया पहली बार वेस्टइंडीज़ के अलावा भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर टेस्ट सीरीज़ खेलने जा रही है। अब देखना होगा कि कोहली इस चुनौती का सामना कैसे करते हैं।
#1 कगिसो रबाडा
युवा, तेज़ और जानलेवा, इससे बेहतर इस दक्षिणअफ़्रीकी ख़िलाड़ी का तार्रुफ़ नहीं हो सकता। रबाडा एक ऐसे तेज़ गेंदबाज़ हैं जो भारतीय बल्लेबाज़ों को दिन में तारे दिखा सकते हैं। पिछले 12 महीनों में प्रोटियाज़ टीम के इस खिलाड़ी का प्रदर्शन धाकड़ और सबसे जुदा रहा है। साल 2017 में उन्होंने 20.96 की औसत से 54 विकेट हासिल किए हैं। घरेलू मैदान में इस युवा खिलाड़ी का प्रदर्शन और भी ज़्यादा बेहतर रहा हैं। साउथ अफ़्रीका में उनकी गेंदबाज़ी का औसत 18.10 है। जो अपने आप में कमाल का है। डेल स्टेन की ग़ैर मौजूदगी में 22 साल के इस युवा खिलाड़ी ने साल 2017 में उम्मीद से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपनी टीम को बांग्लादेश, न्यूज़ीलैंड और श्रीलंका के ख़िलाफ़ सीरीज़ जिताने में अहम योगदान दिया है। भारतीय बल्लेबाज़ों को हमेशा से तेज़ और उछाल भरी गेंदबाज़ी से परेशानी होती आई है और रबाडा उसी तरह के गेंदबाज़ हैं जो टीम इंडिया के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। भारत सेंचुरियन और केप टाउन में भी मैच खेलेगा जहां रबाडा का रिकॉर्ड बेहतर रहा है। ऐसे में रबाडा उछाल भरी पिच पर भारत के लिए काल बन सकते हैं। वो अकेले अपने दम पर विपक्षी टीम को पस्त करने की ताक़त रखते हैं। लेखक – सुजिथ मोहन अनुवादक – शारिक़ुल होदा