इंडियन प्रीमियर लीग के अब तक 9 सीजन खेले जा चुके हैं। 10वां सीजन 5 अप्रैल से खेला जाएगा। अब तक आईपीएल में कई मशहूर नाम हुए हैं। इनमें से कुछ नाम तो लोगों के दिलोदिमाग पर छा गए हैं-जैसे कि एबी डीविलियर्स। आईपीएल उनके बिना अधूरा-अधूरा सा लगता है। वहीं कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे हैं जिनके नाम तक अब आपको याद नहीं होंगे। डीविलियर्स भले ही अब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का अहम हिस्सा हों। लेकिन आईपीएल के शुरुआती 3 सीजन में वो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा थे। 2008 से लेकर 2010 तक उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेला। इसके बाद 2011 से वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा बन गए। इस दौरान उन्होंने कई खिलाड़ियों के साथ मैच खेला। इनमें से कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनका नाम सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। आइए जानते हैं 5 ऐसे ही गुमनाम खिलाड़ियों के बारे में जिनके साथ एबी डीविलियर्स ने ड्रेसिंग रुम साझा किया। 1.अविष्कार साल्वी 2008 से 2010 तक आईपीएल का 3 सीजन डीविलियर्स ने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेला। इस दौरान उन्होंने कुछ दिग्गज खिलाड़ियों के साथ मैच खेला तो उनमे से कुछ खिलाड़ी ज्यादा चर्चा में नहीं आए थे। एक तरफ जहां टीम में वीरेंदर सहवाग और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे मशहूर खिलाड़ी थे तो अविष्कार साल्वी जैसा गुमनाम क्रिकेटर भी था। आविष्कार साल्वी एक तेज गेंदबाज और जब वो टीम में आए तो भारतीय क्रिकेट टीम को लगा कि उनकी तेज गेंदबाजी की समस्या का समाधान हो गया है।। प्रथम श्रेणी और घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन काफी बढ़िया रहा। लेकिन लगातार चोट की वजह से उनका क्रिकेट करियर कभी आगे नहीं बढ़ पाया। 2009 के आईपीएल सीजन में वो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा थे। उस वक्त डीविलियर्स भी दिल्ली के लिए ही खेल रहे थे। दिल्ली के लिए उन्होंने मात्र 8 मैच ही खेला। लेकिन अब भी बहुत से लोग उनके बारे में नहीं जानते होंगे। 2. ब्रेट गीव्स 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ब्रेट ग्रीव्स भी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा थे। उनके बारे में कहा गया था कि वनडे मैचों में वो ऑस्ट्रेलिया के डेथ ओवरों के स्पेशलिस्ट गेंदबाज हो सकते हैं। उस समय कंगारु टीम को डेथ स्पेशलिस्ट गेंदबाज की जरुरत थी और ग्रीव्स को विकल्प के तौर पर देखा गया। उस समय ग्रीव्स ने सहवाग, डीविलियर्स, विटोरी और मैक्ग्रा जैसे खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रुम शेयर किया। हालांकि चोट की वजह से उनका क्रिकेट करियर लंबा नहीं चला और महज 29 साल की उम्र में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। खरतनाक स्विंगिंग यॉर्कर डालने वाले ब्रेट महज 14 टी-20 मैच ही खेल पाए। इनमें से 2 मैच उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेला था। ये दोनों मैच आईपीएल में उनके पहले और आखिरी मैच साबित हुए। उससे आगे वो आईपीएल में नहीं खेल पाए। पहले मैच में उन्होंने 41 रन दिए थे और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। जबकि दूसरे मैच में 50 रन देकर 1 विकेट लिया था। 3. मोहम्मद आसिफ आईपीएल के सिर्फ पहले सीजन में ही पाकिस्तान के खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा ले पाए थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच तनाव की वजह से आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की एंट्री बैन हो गई। पहले सीजन में कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने आईपीएल में हिस्सा लिया। इनमें से एक थे तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ। पहले सीजन में वो दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा थे और मैक्ग्रा के साथ गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत करते थे। उस समय डीविलियर्स भी टीम का हिस्सा थे। डीविलियर्स पहले कुछ मैचों में नहीं खेल पाए थे। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने पहला मैच खेला। मोहम्मद आसिफ भी उस समय टीम का हिस्सा थे और उन्होंने मैच में एक विकेट भी लिया। शिखर धवन ने जब विजयी रन बनाया तो डीविलियर्स उस वक्त क्रीज पर दूसरे छोर पर थे। इसके बाद आसिफ कभी आईपीएल नहीं खेल पाए। एक तो पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर पाबंदी और दूसरे आसिफ को आईसीसी ने स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया। जिसकी वजह से उन पर बैन लगा दिया गया। दिल्ली की तरफ से खेलते हुए आसिफ ने 8 मैचों में 8 विकेट चटकाए और टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में उनका अहम रोल रहा। 4. मुरली कार्तिक क्रिकेट में मुरली कार्तिक के भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया। एक शानदार स्पिनर होने के बावजूद वो कभी भी भारतीय टीम में नियमित जगह नहीं बना पाए। वजह थी उनके समय में भारतीय टीम में दो-दो दिग्गज मैच विनर स्पिनर हरभजन सिंह और अनिल कुंबले का होना। यही वजह रही की प्रथम श्रेणी मैचों में 650 विकेट लेने के बावजूद वो मात्र 8 टेस्ट मैच ही खेल पाए। हालांकि जब वर्ल्ड क्रिकेट में टी-20 मैचों का आगाज हुआ तो वो इस फॉर्मेट के भी अच्छे खिलाड़ी साबित हुए। टी-20 मैचों में उनका इकॉनामी रेट 7 से भी नीचे है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो कितने अच्छे गेंदबाज थे। 2013 के आईपीएल सीजन में वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा थे। एबी डीविलियर्स भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की ही तरफ से खेल रहे थे। डीविलियर्स के लिए 2013 का सीजन काफी अच्छा रहा और उन्होंने 36 की औसत से 360 रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट लगभग 165 का रहा। वहीं दूसरी तरफ आरसीबी की तरफ से खेलते हुए कार्तिक ने 9 मैचों में 11 विकेट चटकाए। 2014 के सीजन में वो किंग्स इलेवन पंजाब की टीम का हिस्सा रहे। इसके बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया और क्रिकेट कमेंट्री करने लगे। 5. शोएब मलिक पाकिस्तानी ऑलराउंडर शोएब मलिक टी-20 मैचों के काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। टी-20 में वो लगभग 7 हजार रन बना चुके हैं और 100 से ज्यादा विकेट ले चुके हैं। 2008 में पहले आईपीएल में मलिक दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम का हिस्सा थे। 2008 में उन्होंने दिल्ली के लिए महज 7 मैच खेला। जिस मैच में एबी डीविलियर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ अपना आईपीएल डेब्यू किया उस समय मलिक भी टीम का हिस्सा थे। हालांकि आईपीएल में वो ज्यादा सफल नहीं रहे। 7 मैचों में वो महज 52 रन ही बना पाए और 2 विकेट लिया। आईपीएल में भले ही शोएब मलिक सफल ना रहे हों लेकिन उन्हें उसके बाद टी-20 मैचों में जबरदस्त सफलता मिला और उन्होंने अपने आपको एक अच्छे टी-20 ऑलराउंडर के रुप में स्थापित किया। मलिक के नाम अभी भी टी-20 और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में डीविलियर्स से ज्यादा रन हैं। लेखक- श्रीहरी अनुवादक-सावन गुप्ता