अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक कैलेंडर साल में सर्वाधिक छक्के मारने वाले बल्लेबाज़

AFRIDI

आज के समय में क्रिकेट का खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों का हो गया है। पिछले वर्षों से लगातार बल्लेबाजों ने गेंदबाजों को लगभग मुकाबले से बाहर ही कर दिया है। जिसकी सबसे बड़ी वजह है मैदानों का छोटा होना और बल्ले के आकार में आ रहे बदलाव। टी20 के आने के बाद से गेंदबाजों का काम और भी मुश्किल हो गया है क्योंकि बल्लेबाज पहली गेंद से आक्रमण करने को देखता है। आज के समय में छक्का मारना बल्लेबाजों के लिए सबसे आसान काम हो गया है। आधुनिक बल्लेबाज गेंद को हवा में मारने से जरा भी नहीं कतराते और यही वजह है कि आज क्रिकेट में कोई भी लक्ष्य बनाया जा सकता है। जहां कई बल्लेबाज छक्का मारने के लिए ताकत का इस्तेमाल करते हैं वहीं कुछ सिर्फ अपनी टाइमिंग पर ही निर्भर रहते हैं। आज हम यहां आपको 5 ऐसे बल्लेबाजों के बारे में बताएंगे जिन्होंने एक कैलेंडर साल में सभी प्रारूपों को मिलाकर सर्वाधिक छक्के लगाए हैं:

#5 शाहिद आफ़रीदी (2005)- 56 छक्के

शाहिद आफरीदी आधुनिक युग के पहले पॉवर हिटर माने जाते हैं। उन्हें क्रिकेट जगत 'बूम बूम आफरीदी' के नाम से भी जानता है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के शुरुआती दिनों में ही 37 गेंदों में उस समय का सबसे तेज एकदिवसीय शतक बनाकर तहलका मचा दिया था। यह शतक उन्होंने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ बनाया था। यह रिकॉर्ड 18 सालों तक उन्होंने नाम रहा था, लेकिन 2014 में कोरी एंडरसन ने यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया था। पूरे करियर के दौरान उनकी छवि एक ऐसे बल्लेबाज की थी जो बिना किसी परवाह के बल्लेबाजी करता था और उनके अंदर दर्शकों को मैदान तक खींचने की काफी क्षमता थी। अगर छक्के की दृष्टि से देखें तो उनके लिए सबसे सफल साल 2005 था जब उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 56 छक्के लगाए थे और इसी वजह से वह इस सूची में 5वें स्थान पर हैं। आफरीदी के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक छक्कों का रिकॉर्ड भी है। उन्होंने अपने लगभग 20 साल लम्बे अंतरराष्ट्रीय करियर में 776 छक्के लगाए हैं।

#4 शेन वॉटसन (2011)- 57 छक्के

SHANE WATSON

ऑस्ट्रेलिया का यह ऑलराउंडर इस सूची में चौथे स्थान पर है। शेन वॉटसन क्रिकेट के सबसे ताकतवर हिटर में गिने जाते हैं। वह क्रीज में खड़े-खड़े अपनी ताकत का इस्तेमाल कर गेंद को सीमारेखा से बाहर भेजते हैं। वह अपने करियर के दौरान ज्यादातर मौकों पर चोट से जूझते रहे जिस वजह से वह अपनी पूरी प्रतिभा का प्रदर्शन नहीं कर पाए। इन सब के बावजूद वह पिछले दशक के दौरान ऑस्ट्रेलिया टीम के सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे और बल्ले से साथ ही गेंद से भी निरन्तर अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। छक्कों के मामले में उनका सबसे सफल वर्ष 2011 था, इस साल उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मैचों में 57 मौकों पर गेंद को हवा में उड़ते हुए सीमारेखा के बाहर भेजा था।

#3 क्रिस गेल (2012)- 59 छक्के

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वेस्टइंडीज के धाकड़ बल्लेबाज क्रिस गेल इस सूची में तीसरे स्थान पर मौजूद हैं। गेल और उनके अलावा वीरेंदर सहवाग, तिलकरत्ने दिलशान, ब्रेंडन मैकुलम ने मिलकर आधुनिक क्रिकेट में काफी बदलाव किया था। लम्बे कदकाठी के मजबूत गेल छक्के मारने के लिए पूरी तरह ताकत का इस्तेमाल करते हैं। कई बार तो वह अपने बेहतरीन हैंड-आई कोऑर्डिनेटर की वजह से गुड लेंथ की गेंदों को भी मैदान के बाहर भेज देते हैं। गेल में वह क्षमता है कि वह कुछ ही ओवरों में किसी भी मैच का पासा पलट सकते हैं, इसलिए दुनियाभर में होने वाले टी20 लीग में वह सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी माने जाते हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 2012 में सर्वाधिक 59 छक्के जमाये थे और 454 छक्कों के साथ वह शाहिद आफरीदी के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्के मारने के मामले में दूसरे स्थान पर हैं।

#2 एबी डीविलियर्स (2015)- 63 छक्के

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दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज एबी डिविलियर्स की गिनती क्रिकेट के सबसे प्रतिभावान खिलाड़ियों में की जाती है। उनके मैदान के किसी में कोने में शॉट खेलने की क्षमता की वजह से उनका नाम 'मिस्टर 360' रखा गया। वह उन चंद बल्लेबाजों में शामिल हैं जो क्रिकेट के सभी प्रारूपों में एक जैसा प्रदर्शन करते हैं। एकदिवसीय मैचों में उनके नाम सबसे तेज अर्धशतक, सबसे तेज शतक और सबसे तेज 150 रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। डीविलियर्स को पूरी दुनिया मे काफी पसंद किया जाता है लेकिन भारतीय खेल प्रेमियों के दिल मे उनके लिए अलग ही स्थान है और इसकी सबसे बड़ी वजह है कि वह आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम का हिस्सा हैं। साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय मैचों में 63 छक्के लगाकर वह इस सूची में दूसरे स्थान पर काबिज हैं।

#1 रोहित शर्मा (2017)- 65 छक्के

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रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना पहला मैच 2007 टी20 विश्वकप में कुछ समय पहले आयरलैंड के खिलाफ खेला था। उनकी प्रतिभा पर किसी को संदेह नहीं था लेकिन 2013 में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उनसे सलामी बल्लेबाजी करवाने का फैसला किया और यह फैसला एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ। रोहित रन बनाने के लिए टाइमिंग पर निर्भर रहते हैं इसलिए जब वह लय में बल्लेबाजी कर रहे होते हैं तो सबसे आकर्षक बल्लेबाज लगते हैं। वह काफी आसानी से छक्के मारते हैं और दुनिया का कोई भी मैदान उनके लिए बड़ा नहीं दिखता है। यह एकदिवसीय मैचों में 3 दोहरे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं और जब तक वह अपना करियर समाप्त करेंगे वह एकदिवसीय मैचों के महान बल्लेबाजों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा चुके होंगे। श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच में अपनी शतकीय पारी के दौरान 10 छक्के लगाकर उन्होंने इस सूची में डीविलियर्स को पीछे छोड़ दिया। इस साल यानी 2017 में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 65 छक्के लगाते हुए सही मायनो में बन गए हैं सिक्सर किंग। लेखक- प्रियम सैकिया अनुवादक- ऋषिकेश सिंह