ग्यारह हजार रनों के साथ एलिस्टर कुक इंग्लैंड के सबसे सफलतम टेस्ट बल्लेबाज हैं और निश्चित तौर इतिहास में आधुनिक युग के सबसे सफल ओपनरों में से गिने जायेंगे। टेस्ट में जब कुक क्रीज पर नहीं होते हैं तो वह स्लिप पर अपने साथियों से बातचीत करते हुए और बॉल का इंतजार करते हुए दिख जायेंगे। लेकिन कुक की बॉलिंग टेस्ट क्रिकेट के लिए बेहद दुर्लभ क्षण में से एक होता है और यह कारनाम उनके 144 मैच के टेस्ट करियर के दौरान दो बार देखने को मिला है। कुक ने अपने 11 साल के टेस्ट करियर में कुल 18 गेंदे फेंकी है और सात रन दिये हैं। लेकिन इससे ज्यादा आवश्यक बात यह है कि कुक के नाम टेस्ट विकेट भी शामिल है। 2014 में लंदन में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट इंडिया के पुछल्ले बल्लेबाजो की मजबूत बल्लेबाजी के कारण मैच ड्रॉ की तरफ जाता दिख रहा था। खेल के आखिरी सत्र में कुक ने भारत की दूसरी पारी को खत्म करने के लिए खुद को आक्रमण के लिए लगाया और ईशांत शर्मा का विकेट चटकाया। शर्मा ने सीधे मैट प्रायर के दस्ताने में अपनी गेंद दे दी और इस तरह से कुक ने अपना पहला और एकमात्र टेस्ट विकेट हासिल किया।