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2007 में खेले गए पहले टी-20 वर्ल्ड कप में मिस्बाह-उल-हक ने शानदार बल्लेबाजी की। इसकी वजह से 2008 के पहले आईपीएल सीजन में वो पसंदीदा खिलाड़ियों में से एक थे। उनका ठंडे दिमाग से बल्लेबाजी करने का तरीका और उनके शॉट सेलेक्शन की वजह से पहले आईपीएल सीजन में आरसीबी ने उनके लिए बोली लगाई। मिस्बाह आईपीएल में RCB की तरफ से महज 8 मैच ही खेल सके। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों में तनाव की वजह से आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर बैन लगा दिया गया। जिसकी वजह से मिस्बाह का सफर महज 8 मैच तक ही रह गया।
Edited by Staff Editor