इंडियन प्रीमियर लीग में भी गेंदबाजों का योगदान काफी महत्वपूर्ण साबित हुआ है। वहीं भारतीय गेंदबाज भी किसी से कम नहीं है। पीछे के आईपीएल सीजन पर गौर किया जाए तो साल 2009 में डेक्कन चार्जर्स की खिताबी जीत में आरपी सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस सीजन में आरपी सिंह ने 23 विकेट अपने नाम किए थे। इसके अलावा भुवनेश्वर कुमार ने साल 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद की खिताब जीत में 23 विकेट हासिल किए थे। वहीं आईपीएल 2017 में जसप्रीत बुमराह ने मुंबई इंडियंस के लिए 20 विकेट झटके थे और टीम को चैंपियन बनाने में अपना योगदान दिया था। आईपीएल में अब फ्रैंचाइजी स्पष्ट रूप से तेज गेंदबाजों की भूमिका जान चुकी है और नीलामी में बेस्ट भारतीय तेज गेंदबाजों को खरीदने की फिराफ में रहती है। ऐसे में कुछ ऐसे भारतीय तेज गेंजबाज भी जिन्होंने टीम इंडिया के लिए बेहतरीन रिकॉर्ड स्थापित किया है लेकिन साल 2018 की आईपीएल नीलामी में बिना बिके ही रह गए और इन गेंदबाजों के आगे के आईपीएल सीजन खेलने पर भी सवालिया निशान लग चुका है। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 भारतीय तेज गेंजबाजों के बारे में जिन्हें शायद आने वाले आईपीएल सीजन में दोबारा खेलते हुए ना देखा जाए।
#5 अशोक डिंडा
बंगाल के अशोक डिंडा का घरेलू स्तर पर रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है। बंगाल के लिए अशोक डिंडा ने 500 से ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। वहीं भारत के लिए अशोक डिंडा ने 13 एकदिवसीय और 9 टी20 मुकाबले भी खेले हैं। उन्होंने आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, पुणे वॉरियर्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राइजिंग पुणे सुपरजाइंट जैसी फ्रैंचाइजियों का प्रतिनिधित्व भी किया है। आईपीएल में 34 वर्षीय अशोक डिंडा ने 78 मुकाबले खेले हैं और 8.22 की इकॉनोमी रेट से 68 विकेट हासिल किए हैं। डिंडा टी20 प्रारूप में खुद को स्थापित करने में नाकाम साबित हुए हैं और सिर्फ दो बार ही किसी आईपीएल सीजन में 10 से ज्यादा मुकाबले खेलने में सफल रहे हैं। साल 2017 के सीजन में उनका प्रदर्शन काफी खराब रहा और तीन मुकाबलों में सिर्फ एक विकेट ही हासिल कर सके। जिसके कारण आईपीएल 2018 की नीलामी में वो बिना बिके ही रह गए। वहीं उम्र को देखते हुए अब आईपीएल में उनके लिए वापसी करना मुश्किल होगा।
#4 मुनाफ़ पटेल
मुनाफ पटेल एक वक्त पर सीमित ओवरों के प्रारूप में भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज थे, लेकिन इस साल वह उन खिलाड़ियों की सूची का हिस्सा थे जिनके नाम आईपीएल 2018 नीलामी के दौरान भी नहीं बुलाए गए थे। 2006 में अपनी शुरुआत करने के बाद मुनाफ ने गति के साथ दुनिया के कई सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों को परेशान किया। लगातार तेज गेंदबाजी करने के प्रयास में उन्हें कई बार चोटों का सामना भी करना पड़ा। पटेल ने 13 टेस्ट और 70 एकदिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 34 वर्षीय पटेल ने 63 आईपीएल मुकाबले खेल हैं और 7.51 की इकॉनमी रेट से 74 विकेट हासिल किए हैं। उन्होंने पिछले 5 सालों में सिर्फ 6 मुकाबले खेले हैं और वह फॉर्म में भी नहीं है। अब इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि कोई भी फ्रैंचाइजी उनको लेकर जोखिम नहीं लेना चाहेगी। ऐसे में उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग में फिर से देखना मुश्किल है।
#3 प्रवीण कुमार
नई गेंद से गेंदबाज़ी करने वालों में प्रवीण कुमार भारत के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक थे। अपनी बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी से प्रवीण कुमार अच्छे से अच्छे बल्लेबाज के लिए भी मुश्किलें पैदा कर देते थे। लेकिन चोट और खराब फॉर्म के चलते प्रवीण कुमार भारत के लिए ज्यादा नहीं खेल पाए। 31 वर्षीय प्रवीण कुमार ने भारत के लिए 10 टेस्ट, 68 एकदिवसीय और 10 टी20 मुकाबले खेले हैं और 100 से ज्यादा विकेट हासिल किए हैं। वहीं आईपीएल में प्रवीण कुमार ने 119 मुकाबले खेले हैं और 7.72 की इकॉनोमी रेट से 90 विकेट लिए हैं। प्रवीण ने गुजरात लॉयंस, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, मुंबई इंडियंस, किंग्स-XI पंजाब और सनराइजर्स हैदराबाद जैसी फ्रैंचाइजियों का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, उन्होंने इस सीजन में ज्यादा मैच नहीं खेले, जिस कारण 2018 की नीलामी में उन्हें किसी ने नहीं खरीदा। ऐसे में उनके लिए आने वाले आईपीएल सीजन में भी खेलने की कम संभावना बनी हुई है।
#2 इशांत शर्मा
इशांत शर्मा टेस्ट में भारत के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक हैं। लेकिन सीमित ओवरों के खेल में इशांत ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाए। 29 वर्षीय इशांत ने भारत के लिए 234 टेस्ट और 115 एकदिवसीय विकेट हासिल किए हैं। इशांत शर्मा ने आईपीएल करियर में 76 मुकाबले खेले हैं और 8.17 की इकॉनोमी रेट से 59 विकेट हासिल किए हैं। हालांकि, इशांत शर्मा 2018 नीलामी में 75 लाख रुपये की बेस प्राइज होने के बावजूद भी बिना बिके रह गए। उनका ओवरऑल आईपीएल रिकॉर्ड खराब नहीं है, लेकिन पिछले 4 आईपीएल सीजन में इशांत शर्मा ने सिर्फ 17 मुकाबले खेले हैं और 10 की इकॉनोमी रेट से सिर्फ 7 विकेट ही हासिल किए हैं। वहीं आईपीएल 2017 में इशांत शर्मा ने 9.94 की इकॉनोमी रेट से गेंदबाजी की और 6 मुकाबले में एक भी विकेट हासिल नहीं कर पाए। ऐसे में आने वाले सीजन में उनका खेलना मुश्किल नजर आ रहा है।
#1 इरफ़ान पठान
साल 2011 के आईपीएल सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स ने इरफान पठान को 1.90 मिलियन डॉलर की बड़ी रकम देकर खरीदा था। भारत के लिए 33 वर्षीय इरफान पठान ने 26 टेस्ट, 120 एकदिवसीय और 24 टी20 मुकाबले खेले हैं और 300 से अधिक विकेट हासिल किए हैं। इरफान पठान को नई गेंद से स्विंग कराने की अपनी क्षमताओं के लिए जाना जाता है, और पठान भारतीय क्रिकेट ने हर वक्त के अच्छे स्विंग गेंदबाजों में से एक है। पठान ने आईपीएल में 103 मुकाबले खेले हैं और 7.77 की इकॉनमी रेट से 80 विकेट हासिल किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने 1000 से ज्यादा रन भी बनाए हैं। हालांकि, इरफान पठान ने पिछले तीन सालों में केवल 5 मुकाबले खेले हैं और एक विकेट लेने में भी नाकाम रहे हैं। उन्हें आईपीएल 2018 में भी किसी ने नहीं खरीदा और ऐसे में आने वाले आईपीएल सीजन में उनका खेलना मुश्किल नजर आता है। लेखक: सुजीथ मोहन अनुवादक: हिमांशु कोठारी