18 साल के इशान किशान ने लगभग ऋषभ पंत जितना ही प्रभावित किया है। झारखंड के इस खिलाड़ी में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। किशन भी उसी धोनी के राज्य से ही आते हैं, जो उन्हें प्रकृतिक रूप से उनका उत्तराधिकारी बनाती है। वह उसी श्रेणी में शुमार करते हैं, जिसमें पंत जैसे आक्रमक बल्लेबाज शामिल हैं। 2016-17 रणजी ट्रॉफी का सत्र उनके लिए यादगार रहा है। झारखंड के लिए उसने 799 रन का किमती योगदान दिया। टूर्नामेंट में झारखंड की टीम सेमिफाइनल तक पहुंची थी। किशन में नेतृत्व क्षमता पहले से ही नजर आ रही है। अंडर-19 विश्व कप में इसी ने भारतीय टीम का नेतृत्व किया था, जो कि फाइनल में वेस्टइंडीज टीम से हार गई थी। बतौर आक्रमक बल्लेबाज उसने भारतीय क्रिकेट टीम को एक बेहतरीन विकल्प उपलब्ध करा दिया है।