27 वर्षीय कर्नाटक के इस खिलाड़ी ने कई रोमांचक कारनामे किए हैं, रॉयल चैलेंजर बैंगलोर के वो पहले खिलाड़ी थे जिन्होंने 2009 में आईपीएल में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक जड़ा था। उसी साल उन्होंने रणजी ट्रॉफी में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी का तमगा भी हासिल किया। लेकिन राष्ट्रीय टीम में उनका चयन 2015 में हुआ। भारतीय टीम के लिए खेले 12 मुकाबलों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन उनकी फॉर्म लय में नहीं रही। उन्होंने 9 पारियों में 43.50 की औसत से 261 रन बनाए जिसमें 2016 में सिडनी वनडे में उनका मैच विनिंग शतक भी शामिल है जिसकी वजह से भारत को ऑस्ट्रेलिया को व्हाइट वॉश करने में काफी मदद मिली थी। अगर भारत अपनी दूसरे दर्जे की टीम भेजता है, तो मनीष पांडे एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं जिससे उनको भी अनुभव मिलेगा।