भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के एक और युवा खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में अपना आगाज कर लिया है। टेस्ट क्रिकेट में खेलने का हर किसी क्रिकेटर का सपना होता है और इस सपने को युवा बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने पूरा कर लिया है। मुंबई के स्टार बल्लेबाज श्रेयस को भारत और न्यूजीलैंड के बीच कानपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच (IND vs NZ) में डेब्यू करने का मौका मिला। उन्हें टेस्ट में पिछले 4 साल से डेब्यू का इंतजार था, आखिरकार बड़े इंतजार के बाद श्रेयस अय्यर को टेस्ट फॉर्मेट में शुरुआत करने का मौका मिल गया है।
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में लम्बे समय बाद भारतीय टीम को टेस्ट खेलने को मिला। इस दौरान भारत के पूर्व दिग्गज ओपनर सुनील गावस्कर ने श्रेयस अय्यर को उनकी डेब्यू कैप प्रदान की। अय्यर ने अपने डेब्यू मैच के पहले दिन शानदार अर्धशतक बनाकर खेल रहे थे। कानपुर में यह पहला मौका नहीं है, जब किसी भारतीय खिलाड़ी को टेस्ट डेब्यू का मौका मिला हो। इससे पहले कई प्रमुख खिलाड़ी यहां डेब्यू कर चुके हैं और इस आर्टिकल में हम उन्हीं का जिक्र करने जा रहे हैं।
5 भारतीय खिलाड़ी जिन्होंने श्रेयस अय्यर से पहले कानपुर में टेस्ट डेब्यू किया
#1 गुंडप्पा विश्वनाथ
भारतीय क्रिकेट टीम के महान बल्लेबाजों की लिस्ट में एक से एक नाम मौजूद हैं, जिसमें पूर्व बल्लेबाज गुंडप्पा विश्वनाथ का नाम भी शामिल है। गुंडप्पा विश्वनाथ भारतीय क्रिकेट के बेहतरीन बल्लेबाज रहे, जिन्होंने अपने करियर का आगाज साल 1969 में कानपुर में ही किया था। विश्वनाथ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच की पहली पारी शून्य के स्कोर पर आउट हुए थे, लेकिन दूसरी पारी में कमाल की बल्लेबाजी करते हुए शानदार शतक लगाते हुए 137 रन की पारी खेली थी।
#2 फारूख इंजीनियर
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज फारूख इंजीनियर भी भारत के लिए कई साल तक खेलते रहे। फारूख इंजीनियर ने दिसंबर 1961 में इंग्लैंड के खिलाफ कानपुर में टेस्ट डेब्यू किया था। फारूख को इस मैच में एक ही पारी में बल्लेबाज का मौका मिला। उन्होंने नंबर 9 पर बल्लेबाजी करते हुए 33 रन का योगदान दिया था।
#3 दिलीप सरदेसाई
भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज दिलीप सरदेसाई को भी अपने टेस्ट डेब्यू का अवसर कानपुर में ही प्रदान हुआ। सरदेसाई और फारूख इंजीनियर ने एक ही मैच में डेब्यू किया था। सरदेसाई ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले मैच में 28 रन की पारी खेली थी, वो हिट विकेट आउट हुए थे। इसके बाद उन्होंने भारत के लिए कुल 30 टेस्ट मैच खेले, जिसमें 2001 रन बनाए।
#4 भरत अरुण
भारतीय टीम के लिए हाल ही में तेज गेंदबाजी कोच के कार्यकाल को पूरा करने वाले भरत अरुण भी कानपुर में खेले हैं। भरत अरुण ने कानपुर के इस मैदान में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। इन्होने दिसंबर 1986 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू किया था। इस टेस्ट मैच में उन्होंने 76 रन देकर 3 सफलताएं हासिल की थी। भरत अरुण का टेस्ट करियर बहुत छोटा रहा और उन्होंने महज 2 टेस्ट खेले।
#5 प्रज्ञान ओझा
भारतीय टीम के पूर्व स्पिन गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने भी अपने टेस्ट डेब्यू का मौका कानपुर में ही हासिल किया था। प्रज्ञान ओझा को नवंबर 2009 में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला था। इस मैच में प्रज्ञान ओझा ने पहली पारी में 2 और दूसरी पारी में 2 विकेट हासिल कर कुल 4 विकेट झटके थे। उनका पहला टेस्ट श्रीलंका के पूर्व दिग्गज महेला जयवर्धने थे।