#2 पंकज धरमानी
पंजाब के विकेटकीपर-बल्लेबाज़ पंकज धरमानी 1990 के दशक में घरेलू सर्किट के बेहतरीन बल्लेबाज़ थे और उन्होंने काफ़ी ज़्यादा रन भी बनाए थे। इस प्रदर्शन की बदौलत उन्हें 1996 के टाइटन कप टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया में चुना गया था। इस टूर्नामेंट में भारत के अलावा दक्षिण अफ़्रीकी और ऑस्ट्रेलियाई टीम शामिल थी। धरमानी ने जयपूर में प्रोटियाज़ टीम के ख़िलाफ़ अपना पहला मैच खेला था। इस मैच में पंकज ने महज़ 8 रन बनाए थे और साउथ अफ़्रीका ने ये मैच जीत लिया था। उस दौर में नयन मोंगिया भारत के फ़ुल टाइम विकेटकीपर थे और बीसीसीआई को एक और विकेटकीपर की शिद्दत से तलाश थी जो बल्लेबाज़ी की ज़िम्मेदारी संभाल सके। इसके वावजूद धरमानी को टीम इंडिया में दोबारा मौक़ा नहीं मिल सका। हांलाक वो पंजाब के लिए खेलते रहे और उनका शानदार खेल जारी रहा। धीर-धीरे टीम इंडिया के चयन से वो दूर होते चले गए। अगर उन्हें और मौक़ा मिला होता तो शायद वो ख़ुद को साबित कर पाते।