5 प्रतिभावान भारतीय क्रिकेटर जिनके करियर की चमक फीकी होती गयी

मनिंदर सिंह

17 वर्ष की उम्र में मनिंदर की तुलना दिग्गज स्पिन गेंदबाज़ बिशन सिंह बेदी से की जा रही थी। विपक्षी बल्लेबाज़ उनका सामना करने से कतराते थे। 27 वर्ष की उम्र में ही उनका टेस्ट करियर खत्म हो गया। उनके नाम 88 विकेट हैं, जो उन्होंने 37 के औसत से लिए हैं। बिशन सिंह बेदी की जगह भरना आसान नहीं है लेकिन मनिंदर की गेंदों में गजब की विविधता थी। उनकी गेंदें काफी स्पिन होती थीं। इंग्लैंड, श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ मैच विनिंग प्रदर्शन करके उन्होंने खुद को साबित भी किया था। हालांकि जितनी जल्दी उन्होंने सबको प्रभावित किया। उतनी तेजी से उनके प्रदर्शन में गिरावट भी आई। 1987 में उन्होंने बंगलौर में पाकिस्तान के खिलाफ 10 विकेट लिए लेकिन उसके बाद तीन टेस्ट मैचों में उन्हें सिर्फ 2 विकेट मिले। उसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। 1989 में उन्होंने वापसी की लेकिन वह असफल रहे। 1993 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ मनिंदर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला। जहां उन्होंने 7 विकेट लिए लेकिन उसके बाद उन्हें टीम में मौका नहीं मिला।