5 प्रतिभावान भारतीय क्रिकेटर जिनके करियर की चमक फीकी होती गयी

लक्ष्मण सिवरामकृष्णन

ऐसा बहुत ही कम देखने को मिला जब किसी खिलाड़ी को अपना आखिरी टेस्ट 20 साल की उम्र में खेलना पड़ा है। खासकर वह युवा खिलाड़ी भारतीय हो तो ये बात और हैरान करती है। लक्ष्मण ने 17 वर्ष की उम्र में वेस्टइंडीज के खिलाफ डेब्यू किया था। कमेंटेटर बनने से पहले लक्ष्मण एक प्रतिभावान लेग स्पिनर रहे हैं। 16 साल की उम्र में रणजी में डेब्यू करते हुए उन्होंने 28 रन देकर 7 विकेट लिए थे। उसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ 1984 में खेलने का मौका मिला, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया और मैन ऑफ़ द मैच बने। लक्ष्मण ने 9 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें इंग्लैंड के खिलाफ 23 विकेट लेने के पर उन्हें मैन ऑफ़ द सीरिज बने थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में हुए 1985 की विजेता भारतीय टीम के अभिन्न अंग भी वह रहे थे। लेकिन इन सबके बावजूद 1987 के वर्ल्डकप में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच 21 साल की उम्र में खेला था।