5 कारणों से केएल राहुल को शीर्ष तीन में ही बल्लेबाजी करनी चाहिए

श्रीलंका सीरीज की शुरुआत से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने मिडिल और लोअर ऑर्डर में सबसे अच्छा संयोजन बनाने के लिए प्रयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने यह बात इंग्लैंड एंड वेल्स में आयोजित होने वाले 2019 क्रिकेट विश्व कप के संबंध में भी कही।

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प्रयोग के रूप में केएल राहुल को सीरीज में कुछ जगहों पर नंबर 4 और नंबर पांच पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। दोनों अवसरों पर वह बुरी तरह विफल रहे और अपने को साबित करने में नाकाम रहे जबकि टेस्ट क्रिकेट में वह भारत के लिए शीर्ष बल्लेबाजी लाइनअप के लिए श्रेष्ठ साबित हुए।

राहुल की शानदार प्रतिभा से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकालने के लिए उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट में भी नंबर तीन से कम नहीं भेजा जाना चाहिए। हमारे लेख में हम उन कारणों पर एक नजर डालते हैं कि आखिर क्यों राहुल को हमेशा शीर्ष तीन में कायम रखना चाहिए-

# 5 बड़े स्कोर बनाने की क्षमता

शीर्ष क्रम के बल्लेबाज को शांत स्वभाव रखने और एक पारी को तैयार करने की योग्यता होनी आवश्यक है। जबकि लगातार रन बनाना इसका प्रमुख कार्य होता है, साथ ही अपने विकेट को संभालकर रखना भी महत्वपूर्ण होता है।

केएल राहुल ने एक अनियमित स्ट्रोक मास्टर से खुद को समय के साथ परिपक्व बल्लेबाज के रूप में बदल दिया है। इससे पहले शुरूआत में वह जल्दबाजी भरे स्ट्रोक खेलते थे और अपने विकेट को गंवा बैठते थे। अब वह अपने विकेट की कीमत को समझते हुए बेहद कम जोखिम लेना पसंद करते हैं।

बल्लेबाजी की उनकी शैली से काफी स्पष्ट है कि वह टीम की जरूरत को ध्यान में रखते हुए अपनी टीम के लिए बड़े रन बनाते हैं। शीर्ष तीन में बल्लेबाजी करना केवल राहुल को बड़ा स्कोर बनाने में मदद नहीं करेगा, बल्कि इससे भारत भी उनकी प्रतिभा का अत्यधिक उपयोग कर सकेगा।

#4 नई गेंद खेलने का अनुभव

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नई बॉल से खेलने हर किसी के लिए आसान काम नहीं होता है। यह एक कला है जिसमे कुछ ही बल्लेबाजों को महारत हासिल है। जब बॉल नयी और कठोर होती है तब उसे विकेट से स्विंग में मदद मिलती है यह बल्लेबाजों के लिए कतई आसान नहीं होती है।

जब से केएल राहुल ने भारत के लिए आगाज किया है वह अधिकतर टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करते आये हैं। उन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन करके अपने आपको साबित किया। हालांकि कुछ मौको पर कम रन बनाने के कारण वह बाहर भी रहे लेकिन उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी भारतीय टीम में उनके स्थान को बरकरार रखने के लिए पर्याप्त है।

भारत को उन्हें हमेशा शीर्ष तीन में बल्लेबाजी करानी चाहिए क्योंकि वह वहां खेलने के लिए सबसे उपयुक्त बल्लेबाज है और इस वजह से भी क्योंकि वह विशेषज्ञ शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं। उनकी आंकड़े शीर्षक्रम में बल्लेबाजी करने के उनके कौशल को भी साबित करते है।

#3 शुरुआत में लय हासिल करने की योग्यता

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ऐसा कहा जाता है कि सुबह से ही पूरे दिन का पता चल जाता है इसलिए एक टीम को विरोधियों पर दबाव बनाने के लिए एक अच्छी शुरुआत करनी होती है। सीमित ओवरों के क्रिकेट में बल्लेबाज शुरुआत में ढ़ीला नहीं पड़ सकता है जिससे गेंदबाज को लय में आने और बल्लेबाज पर हावी होने की अनुमति मिलती है।

केएल राहुल ने शुरुआत में इन चीजों पर शुरू से ही कंट्रोल किया है और गेंदबाजों को पकड़ बनाने की अनुमति नहीं देते हैं। बाउंड्री लगाने के अलावा राहुल स्ट्राइक बदलने में माहिर हैं जब बाउंड्री आना मुश्किल होता है।

राहुल भारतीय टीम में टॉप तीन पोजिशन पर परफेक्ट बैठते हैं और उन्हें नीचे के बल्लेबाजी क्रम में नहीं भेजना चाहिए। उनके स्ट्रोक की गहराई किसी भी गेंदबाज की लाइन और लेंथ को बिगाड़ने के लिए पर्याप्त है।

#2 बड़े गेंदबाजों का खौफ नहीं

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एक बल्लेबाज को सफल होने के लिए गेंद को खेलना आवश्यक है ना कि गेंदबाज को जो गेंद फेंक कर रहा है। अक्सर यह होता है कि कोई बल्लेबाज एक प्रसिद्ध गेंदबाज के प्रति सम्मान दिखाता है और उनके खिलाफ बेहद सतर्कता से खेलता है।

वहीं एक कम अनुभवी गेंदबाज के खिलाफ एक बल्लेबाज बहुत अधिक आक्रामक होता है। लेकिन केएल राहुल किसी गेंद को उसकी योग्यता के अनुसार खेलते हैं भले ही गेंदबाज कोई भी हो। यह विशेषता उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक विशेष बल्लेबाज बनाती है।

राहुल विपक्षी टीम के सर्वश्रेष्ठ बॉलर को गेंदबाजी को तहस नहस के बाद किसी भी टीम के कप्तान को सोचने पर मजबूर कर सकते हैं। वह भारतीय शीर्षक्रम की महत्वपूर्ण संपत्ति हैं और उनके बल्लेबाजी क्रम से छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए।

#1 निचले क्रम के नहीं हैं विशेषज्ञ बल्लेबाज

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अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में, निचले क्रम वाले बल्लेबाज का काम आम तौर पर तेज बल्लेबाजी करना और बड़े स्ट्रोक खेलना होता है। ऐसे में निचले क्रम के बल्लेबाजों की बात आती है तों ग्लेन मैक्सवेल और शाहिद आफरीदी जैसे हिटर काम नाम दिमाग में आता है।

केएल राहुल ने निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए उन्हें पिच हिटर के रूप में नहीं जाना जाता है। वह एक क्लासिक बल्लेबाज अधिक है जो क्रिकेट में रन कलात्मकता के साथ बनाना पसंद करते हैं। बल्लेबाजी में शीर्षक्रम पर खेलते समय एक बल्लेबाज को अपने पसंद के स्ट्रोक खेलने में समझदारी बरतनी चाहिए।

राहुल ने अपने खेल को ठीक उसी ढंग से विकसित किया है। राहुल को नीचले क्रम पर भेज कर प्रयोग करना उतना कारगर नहीं है जितनी कप्तान कोहली की उम्मीदें हैं इसलिए उन्हें टीम के लिए बल्लेबाजी क्रम में टॉप 3 में भेजना चाहिए।

लेखक- सब्यसाची चौधरी

अनुवादक- सौम्या तिवारी

Edited by Staff Editor
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