कुछ साल पहले इंग्लैंड की टीम एक और 50 ओवरों वाला वर्ल्डकप जीतने में नाकामयाब रही। जबकि इंग्लिश टीम वर्ल्डकप के सभी 11 संस्करणों में हिस्सा ले चुकी है। इंग्लैंड टीम को क्रिकेट का जन्मदाता भी कहा जाता है। ये टीम क्रिकेट के सभी प्रारूपों में हमेशा से बेहतरीन प्रदर्शन करती आई है, चाहे वो वनडे हो या टेस्ट या फिर टी20। देखा जाए तो विश्व क्रिकेट में समर्थक ख़ास तौर पर इंग्लैंड के होम सीजन मैचों का इंतज़ार किया करते हैं। इंग्लैंड के इस सीजन का ख़ास तौर पर वो लोग इंतज़ार करते हैं जो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले ऐशेज़ सीरीज के दीवाने होते हैं। अपने घरेलु सीजन में इंग्लैंड टेस्ट मैचों के साथ-साथ टी20 और वनडे मैच भी काफी मात्रा में खेला करती है। इंग्लिश टीम के पास कई ऐसे शानदार खिलाड़ी गुज़रे हैं जो अपने दम पर टीम को मैच जिताने में सफल रहते हैं और अभी भी इस टीम के पास ऐसे बहुत से खिलाड़ी मौजूद हैं जो टीम को किसी भी फ़ॉर्मेट में जिताने का जज्बा रखते हैं। हाल में ही इंग्लिश टीम ने पकिस्तान के खिलाफ अपने घर में टेस्ट और वनडे सीरीज़ खेली है। टेस्ट सीरीज़ तो 2-2 से बराबर रही पर वनडे सीरीज़ में मेज़बान इंग्लैंड टीम ने पकिस्तान को 4-1 से करारी मात देदी। इंग्लिश टीम इस समय दुनिया की सबसे बेहतरीन टीमों में से एक मानी जा रही है जो किसी भी बड़े टूर्नामेंट को अपने कब्ज़े में करने का माद्दा रखती है। चाहे वनडे हो या टेस्ट या फिर टी20 इस टीम के पास कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस टीम को बेहतर बनाते हैं, इन खिलाड़ियों के साथ साथ कुछ और ऐसे कारण हैं जो इस टीम की कामयाबी का कसीदा पढ़ते हैं। यहां इंग्लैंड टीम की सफलता के वो पांच कारण हैं जो इसे मौजूदा दौर की सबसे खतरनाक टीम बना सकती है। #1 मज़बूत सलामी जोड़ी साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी वनडे मैच खेलने के बाद टीम के दिग्गज बल्लेबाज़ एलिस्टर कुक ने जब वनडे टीम को अलविदा कहा तो टीम को सलामी बल्लेबाज़ी की कमी खलनी लगी। कुक के बाद इस ज़िम्मेदारी को ऐलेक्स हेल्स और जेसन रॉय ने बाखूबी संभाला। इन दोनों ने मिलकर इंग्लैंड के लिए वनडे क्रिकेट में एक नया ही रुख बना दिया। साल 2015 से इन दोनों ही बल्लेबाजों ने 14 पारियों में एक साथ सलामी बल्लेबाज़ी का भार संभाला है जिसमें से छः बार इन दोनों के बीच अर्धशतकीय साझेदारी हुई है। तीन मौकों पर ये साझेदारी 100 रन के आंकड़े के पार गई है। साल 2016 में इन दोनों बल्लेबाजों ने अपनी बल्लेबाज़ी का स्तर और भी ऊंचा कर दिया है। हाल ही में इन दोनों ने श्रीलंका के विरुद्ध 256 रनों की शानदार साझेदारी करते हुए टीम को दस विकेट से जीत दिलाई थी। अगर इनके संयुक्त प्रदर्शन को छोड़ व्यक्तिगत प्रदर्शन को भी देखा जाये तो वो भी लाजवाब ही रहा है। हाल ही में हेल्स ने पकिस्तान के खिलाफ़ तीसरे वनडे मैच में 171 रन बनाकर इंग्लैंड के लिए व्यक्तिगत सर्वाधिक रनों का भी रिकॉर्ड अपने नाम किया है। दूसरी और रॉय भी 29 मैचों में शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए 1000 रन के करीब पहुंच गए हैं। #2 जो रूट की निरंतरता इंग्लैंड का ये खिलाड़ी मौजूदा दौर में अपने करियर के सबसे ऊंचे पड़ाव पर है। रूट ने अबतक अपने करियर में कुल 78 एकदिवसीय मैच खेलते हुए 45.71 के औसत से 3017 रन बना डाले हैं। इसके साथ ही साथ रूट का स्ट्राइक रेट 85.71 का है। रूट के नाम वनडे क्रिकेट में आठ शतक भी दर्ज है। 2015 के वर्ल्डकप के बाद रूट ने अबतक 23 पारियां खेली हैं जिसमें उन्होंने 1215 रन बनाये हैं जिसमें चार शतक और 9 अर्धशतक शामिल हैं। साथ ही साथ 23 पारियों में से मात्र 9 ही बार रूट 40 रन के भीतर आउट हुए हैं जो एक कमाल का आंकड़ा है। इंग्लैंड के मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए रूट ने टीम को एक मजबूती प्रदान कर रखी है। #3 जोस बटलर की विस्फ़ोटक बल्लेबाज़ी अब वो वक़्त दूर नहीं जब टीम के धाकड़ बल्लेबाज़ जोस बटलर को इंग्लैंड की टेस्ट टीम में भी शामिल किया जाये। उनके कुछ खराब प्रदर्शन की वजह से उन्हें टेस्ट टीम से अपनी जगह खोनी पड़ी थी पर वो जिस अंदाज़ से वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी करते नज़र आरहे हैं उन्हें टेस्ट टीम से ज्यादा दिन दूर नहीं रखा जा सकता। इंग्लैंड की मौजूदा वनडे टीम के सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ के रूप में उभर कर आरहे बटलर के नाम इंग्लैंड की तरफ से सबसे तेज़ अर्धशतक और शतक जड़ने का भी रिकॉर्ड दर्ज है। पकिस्तान के खिलाफ़ मौजूदा सीरीज में मात्र 22 गेंदों में अर्धशतक जड़कर बटलर ने विरोधी टीम के पसीने छुड़ा दिए। पिछले कुछ समय से वो जिस अंदाज़ में बल्लेबाज़ी कर रहे हैं इंग्लिश टीम का मध्यक्रम बेहद मज़बूत होता चला जा रहा है, जो इस टीम को मौजूदा दौर की सबसे खतरनाक टीम बना रहा है। #4 ऑलराउंडर का कहर वेस्टइंडीज़ की तरह ही इस इंग्लिश टीम में कई हरफनमौला खिलाड़ी मौजूद हैं जो शानदार बल्लेबाज़ी के साथ साथ बढ़िया गेंदबाजी भी करते हैं। इस टीम में नौवें स्थान तक ऐसे बल्लेबाज़ हैं जो हरफनमौला खिलाड़ी की फेहरिस्त में आते हैं जिनमें से पांच मुख्य रूप से ऑलराउंडर की श्रेणी में आते हैं। बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स, मोइन अली, लियाम प्लंकेट और डेविड विली जैसे हरफनमौला खिलाड़ियों की वहज से ये टीम किसी भी विरोधी पर भारी पड़ सकती है। इनमें से किसी भी खिलाड़ी का स्ट्राइक रेट 75 से कम का नहीं है जो कि इनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी का प्रमाण देता है। हाल ही में वोक्स और प्लंकेट ने मिलकर टीम को श्रीलंका के खिलाफ मैच टाई करने में सफल हो पाए थे। #5 शानदार डेथ गेंदबाज़ी बल्लेबाज़ी और शानदार ऑल राउंड प्रदर्शन के अलावा इस टीम के पास एक और ऐसा मज़बूत हथियार है जो इसे मौजूदा दौर की सबसे घातक टीम बनता है। टीम में शानदार बल्लेबाज़ी के साथ साथ बेहतरीन गेंदबाजी भी मौजूद है जो विरोधी टीम के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकता है। टीम में कई ऐसे शानदार गेंदबाज़ हैं जो योर्कर फेकने में महारत हासिल रखते हैं जिनमें डेविड विली और क्रिस जॉर्डन जैसे गेंदबाज़ शामिल हैं। ठीक इसी तरह वोक्स और स्टोक्स नयी गेंद से कमाल दिखाने में सफल होते हैं और बल्लेबाजों के सामने मुश्किलें कड़ी करते हैं। टीम में विली और जॉर्डन की शानदार अंतिम ओवरों की गेंदबाजी की वजह से मौजूदा इंग्लैंड टीम हाल में विश्व की सबसे खतरनाक टीम बनती जा रही है।