साल 2009 में भारत ने न्यूजीलैंड का दौरा किया, उस समय भारतीय टीम में कई विश्व स्तरीय खिलाड़ी शामिल थे, तो न्यूजीलैंड एक बदलाव के दौर से गुज़र रही थी और संघर्ष कर रही थी। लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम क्राइस्टचर्च और वेलिंगटन में मैच हार गई। यदि वेलिंगटन में दूसरे मैच में अंतिम ओवर के गेंदबाजों की कमी के कारण भारत मैच हार गया था, तो पहले मैच में भारतीय बल्लेबाजी लाइनअप अच्छा प्रदर्शन करने में असफल रहा। एक ख़राब सतह पर, न्यूज़ीलैंड के तेज गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाज़ी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाल दिया। उन्होंने डॉट बॉल के साथ ऐसी गेंदबाज़ी कि बल्लेबाजों से गलतियों होती रहीं। सहवाग ने सिर्फ 10 गेंदों में 4 छक्के लगा दिए लेकिन इसके बाद और छक्के मारने के प्रयास में वो आउट हो गए। रोहित शर्मा और एम एस धोनी भी असफल रहे। एक समय भारतीय टीम का स्कोर 6 विकेट पर 82 रन था। लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाजों ने टीम को 162 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। हालांकि न्यूजीलैंड की टीम ने आसानी से 3 विकेट खोकर ये लक्ष्य हासिल कर लिया।