Ad
सीमित ओवर क्रिकेट में ये बहस हमेशा से चली आ रही है कि गेंद और बल्ले के बीच कोई तालमेल नहीं है। सीमित ओवर क्रिकेट बल्लेबाज़ों के लिए बना दिया गया है, जहां बल्लेबाज़ ख़ूब रन बनाते हैं और गेंदबाज़ों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ऐसा लगता है कि अब ठीक इसके उलट भारत में बल्लेबाज़ों के लिए ऐसी पिच बनाकर मुश्किल पैदा की जा रही है, जहां रन बनाने में काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़े। तो वहीं स्पिन गेंदबाज़ बड़ी आसानी से ही एक के बाद एक विकेट झटकते हुए जश्न मनाते रहें। ज़ाहिर तौर पर बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम को इन तमाम पहलुओं पर ध्यान देना ज़रूरी है, ताकि एकतरफ़ा नहीं बल्कि एक अच्छी और रोमांचक सीरीज़ का क्रिकेट फ़ैंस मज़ा उठा सकें।
Edited by Staff Editor