#3 बल्लेबाज़ों के मिज़ाज में बदलाव
मौजूदा दौर में दर्शक टी-20 में गेल की तूफ़ानी पारी देखना चाहते हैं या फिर एबी डीविलियर्स का विस्फोटक शॉट जो मैदान के सभी कोनों में गेंद पहुंचा देते हैं। लेकिन क्रिकेट के जानकार मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारी के डिफ़ेंसिव गेम की तारीफ़ करते हैं। केन विलियमसन भी अपने इसी संयम भरे अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं। बेहद मुमकिन है कि 4 दिनों के टेस्ट मैच में कोई भी बल्लेबाज़ पहले की तरह संभल कर नहीं खेल पाएगा। बल्लेबाज़ वैसा खेल नहीं दिखा पाएंगे जैसा वो 5 दिनों के टेस्ट मैच खेलते हैं। 4 दिनों के टेस्ट मैच में वक़्त की कमी की वजह से तेज़ खेलते हुए ज़्यादा रन बनाने की ज़रूरत पड़ेगी, ताकि उन्हें 2 बार गेंदबाज़ी करने का पूरा मौक़ा मिल सके। तो ऐसे में ये माना जाए कि बल्लेबाज़ों की सोच और मिज़ाज में बदलवा ज़रूर आएगा और वो 4 दिनों के खेल के हिसाब से बल्लेबाज़ी करेंगे।