#1 पांचवें दिन का रोमांच
हांलाकि किसी भी टेस्ट मैच का हर दिन अपने आप में अहमियत रखता है। ऐसे कई मौक़े आते हैं जब टेस्ट मैच बारिश या ख़राब रोशनी की वजह से प्रभावित होता है, ऐसे में 5वां दिन काफ़ी रोमांचक बन जाता है। अगर 4 दिनों के टेस्ट मैच में कोई दिन बारिश या ख़राब रोशनी की वजह से बर्बाद हो जाता है तो टीम के पास सिर्फ़ 3 दिनों का ही खेल बचेगा जिससे मैच का नतीजा निकलना मुश्किल हो जाएगा। अब तर्क ये दिया जा सकता है कि हम मैच को जल्दी शुरू कर देंगे तो ऐसे में एक दिन में करीब 98 ओवर का खेल हो पाएगा, और मैच को आधे घंटे पहले शुरू करना पड़ेगा। ऐसे में 4 दिन का टेस्ट खेलना मुश्किल हो सकता है। अगर हम ये मान भी लें कि बारिश की वजह से खेल में दख़ल नहीं पड़ेगा तो 5वें दिन के रोमांच की तुलना नहीं की जा सकती। मसलन अगर हम हाल में ही ख़त्म हुए दूसरे एशेज़ टेस्ट की बात करें तो, ये गेम संतुलित लगा रहा था लेकिन आख़िरी दिन इंग्लैंड को 178 रन बनाने थे और 6 विकेट टीम के बचे हुए थे। ये मैच अपने आप में 5वें दिन रोमांचक बन गया था। हाल में भारत-श्रीलंका के बीच हुए कोलकाता टेस्ट में पहला 2 दिन बारिश की भेंट चढ़ गया, फिर भी इस मैच का नतीजा निकला जो शायद 4 दिनों के मैच में मुमकिन नहीं होता। अगर 4 दिनों का मैच शुरू हो गया तो ड्रॉ की संभावना कई गुणा बढ़ जाएगी। खिलाड़ी भी अटैक से ज़्यादा मैच ड्रॉ करने की कोशिश करेंगे। इसलिए टेस्ट क्रिकेट 5 दिनों से कम दिन का करना सही फ़ैसला नहीं होगा। लेखक – साहिल जैन अनुवादक- शारिक़ुल होदा