IND v AFG: इन 5 कारणों से टेस्ट में अफ़ग़ानिस्तान भारत के लिए साबित हो सकता है ख़तरा

एक समय था जब भारत और पाकिस्तान का एशियाई क्रिकेट पर राज हुआ करता था। कुछ समय बाद श्रीलंकाई टीम ने भी अपना वजूद कायम किया। इन तीन टीमों के बाद बांग्लादेश की टीम भी सामने आई। हालांकि बांग्लादेश को अपनी धाक जमाने में काफी समय लगा। लेकिन अब अफगानिस्तान की टीम जिस तरह से अपने खेल के बूते विश्व क्रिकेट में चमक बिखेर रही है वो वाकई में गौर करने लायक है। एशिया के अलावा पूरे विश्व की टीमों के लिए अफगानिस्तान क्रिकेट टीम चुनौती पैदा कर रही है।

ऐसे में अब अफगानिस्तान टीम अपने पहले टेस्ट खेलने को लेकर काफी मेहतन कर रही है और इसको लेकर अफगान टीम ने भारत को भी आगाह कर दिया है। अफगानिस्तान की टीम को भारत के खिलाफ 14 जून से बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में अपना डेब्यू टेस्ट मैच खेलना है। मनोबल के लिहाज से अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के हौसले बुलंद हैं और टीम के खिलाड़ी भी फॉर्म में हैं।

आइए यहां जानते हैं उन पांच कारणों को जो अफगानिस्तान की टीम को भारत के सामने एक कड़ा प्रतिद्वंद्वी बनाते हैं।

'अंडरडॉग' टैग

अफगानिस्तान और भारत के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट मुकाबले में भारत सबकी पसंदीदा टीम है। ऐसे में अफगानिस्तान के पास अपने अंडरडॉग टैग को हटाने का पूरा मौका रहेगा।

भारत और अफगानिस्तान के बीच होने वाला मैच अफगानिस्तान का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पहला टेस्ट मुकाबला होने वाला है। ऐसे में अफगानिस्तान की टीम के पास खोने के लिए कुछ नहीं है लेकिन पाने के लिए बहुत कुछ रखा हुआ है।

फिलहाल अफगानिस्तान के प्रदर्शन को देखते हुए अफगानिस्तान की टीम में जोश की भरमार देखी जा सकती है। ऐसे में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में ऊंट किस करवट बैठता है, इसके बारे में फिलहाल कुछ भी कहना आसान नहीं है।

अपरंपरागत खिलाड़ी

अफगानिस्तान क्रिकेट के पास एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों की भरमार है। क्रिकेट में कुछ अलग या अनोखे स्टाइल विपक्ष को आश्चर्यचकित करते हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम में भी अपरंपरागत तरीके से खेल का प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी मौजूद हैं।

अफगानिस्तान में शानदार खिलाड़ियों में से एक मोहम्मद शहजाद का नाम भी शामिल है। मोहम्मद शहजाद अपनी अलग बल्लेबाजी तकनीक के लिए माहिर हैं। उनकी बल्लेबाजी अक्सर स्पिन गेंदबाजों पर भारी पड़ती है और ऐसे में भारत की स्पिन तिकड़ी के खिलाफ भी मोहम्मद शहजाद एक अपरंपरागत खिलाड़ी साबित हो सकते हैं।

भारत की तैयारी कुछ ख़ास नहीं

अफगानिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट मैच के लिए भारत की तैयारी कुछ खास नजर नहीं आ रही है। दो महीने के आईपीएल शेड्यूल के बाद ज्यादातर खिलाड़ी थोड़ा आराम फरमा रहे हैं। वहीं टीम में शामिल कई खिलाड़ी टेस्ट मैच के लिए फिलहाल तैयार भी नहीं हैं। कप्तान अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन और लोकेश राहुल दक्षिण अफ्रीका के दौरे के बाद से ही प्रथम श्रेणी क्रिकेट से दूर हैं।

एक लंबा ब्रेक और आईपीएल के बाद सीधे टेस्ट मैच खेलने से क्रिकेट के फॉरमेट में बदलाव भी भारतीय टीम के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। ऐसा पहले भी साल 2011 और साल 2014 में हो चुका है। तब भारत को आईपीएल के ठीक बाद इंग्लैंड में टेस्ट खेलने के लिए जाना पड़ा था और वहां हालात एकदम बदल गए थे। भारतीय क्रिकेट टीम को उस दौरान काफी नुकसान ही उठाना पड़ा था।

वहीं अफगानिस्तान के साथ टेस्ट मैच के बाद भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खेलने के लिए भी रवाना होना है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट टीम का पूरा फोकस इंग्लैंड दौर पर ही लगा हुआ है। इसका खामियाजा उन्हें अफगानिस्तान के खिलाफ उठाना पड़ सकता है।

रहस्यमयी स्पिनर्स की मौजूदगी

अफगानिस्तान की सबसे बड़ी ताकत और खासियत उसके गेंदबाजों में हैं। इन्ही गेंदबाज में एक राशिद खान भी शामिल है जो अपनी गेंदबाजी से विश्व क्रिकेट में तहलका मचाए हुए हैं। राशिद खान आईसीसी की वर्तमान रैंकिंग में टी20 में नंबर 1 तो एकदिवसीय क्रिकेट में नंबर 2 के पायदान पर काबिज हैं। स्पिनर राशिद खान का जलवा दो सालों से आईपीएल में भी खूब देखने को मिल रहा है। इस रहस्यमयी स्पिनर को अभी तक कोई भी बल्लेबाज ठीक से नहीं समझ पाया है।

इस साल आईपीएल में शानदार गेंदबाजी करते हुए विकेट लेने के मामले में राशिल दूसरे नंबर के गेंदबाज पर सामने आए हैं। भारत के खिलाफ खेले जाने वाले टेस्ट मैच के लिए भारत की बल्लेबाजी क्रम को राशिद खान से संभलकर रहना होगा, वरना राशिद खान फिरकी अगर सही घूमी तो पूरी भारतीय टीम को घुटने टेकने पर मजबूर कर सकती है।

राशिद खान के अलावा अफगानिस्तान के पास मुजीब उर रहमान और जहीर खान जैसे स्पिन खिलाड़ी भी मौजूद है जो अपनी स्पिन गेंदों से अच्छे से अच्छे बल्लेबाज को भी चकमा दे सकते हैं।

ऊंचा मनोबल और हौसले से लबरेज़

वर्तमान अफगानिस्तान टीम के ज्यादातर खिलाड़ियों ने काफी संघर्ष के बाद ये मुकाम हासिल किया है। जिसके कारण पूरी टीम अपने संघर्ष को ध्यान में रखते हुए काफी प्रेरित है। इस प्ररेणा का असर अफगानिस्तान मैदान पर भारत के खिलाफ भी दिखा सकता है।

अफगानिस्तान की टीम तेजी से आगे बढ़ रही है और नम्रता अपनाए हुए है। कठिनाइयों और कड़ी मेहनत के बाद मिलने वाले फल को अफगानिस्तान की टीम भली-भांती समझती है।

हाल ही में आईसीसी विश्वकप क्वालिफायर में देखा गया था कि अफगानिस्तान की टीम शुरुआती तीन मुकाबले गंवा चुकी थी लेकिन टीम ने फिर भी हार नहीं मानी और उठकर फाइट बैक की। परिणामस्वरूप अफगानिस्तान की टीम ने न केवल विश्व कप के लिए क्वालिफाई किया बल्कि प्रतियोगिता में भी जीत हासिल की। ऐसे में भारत के खिलाफ भी अफगानिस्तान की टीम प्रेरित है और मुकाबले को हर हालात में जितना चाहेगी।

लेखक: आदित्य जोशी

अनुवादक: हिमांशु कोठारी