रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा लंबे समय से वनडे टीम इंडिया का हिस्सा नहीं है। फ़िलहाल स्पिन की कमान युज़वेंद्र चहल और कुलदीप यादव के हाथों में हैं। दक्षिण अफ़्रीका दौरे में इस जोड़ी ने सराहनीय प्रदर्शन किया है। इसके बावजूद अभी भी अश्विन-जडेजा की अनुभवी जोड़ी की वापसी पर विचार किया जा सकता है। आइए जानते हैं ऐसी 5 प्रमुख वजहों के बारे में, जिनके आधार पर अश्विन-जडेजा की वनडे टीम में वापसी का रास्ता खुल सकता है।
#1 लंबा और अच्छा अनुभव
युज़वेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी कारगर है, लेकिन उनके पास अनुभव की कमी है। अश्विन-जडेजा ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं और उन्हें हर तरह के हालात में खेलने का अनुभव है। इस तर्क पर सवाल उठ सकते हैं कि गैर-अनुभवी या कम अनुभव वाले खिलाड़ियों को अगर मौका नहीं मिलेगा तो वे परिपक्व कैसे होंगे? सवाल वाजिब है, चहल-कुलदीप को मौका मिला और उन्होंने उसे बेहतर तरीक़े से भुनाया भी। अब उनके सामने चुनौती है, अपने सकारात्मक और प्रभावी प्रदर्शन को बरक़रार रखने की। अश्विन-जडेजा के नामों पर गौर करने की स्थिति तब बन सकती है, जब युवाओं की यह उभरती जोड़ी भविष्य में दबाव के ख़िलाफ़ कमज़ोर पड़ती है।
#2 विरोधी एक्सपर्ट्स को चकमा देना
आज के दौर में तकनीक इतनी विकसित हो गई है कि अंतरराष्ट्रीय टीमों के पास अपने एक्सपर्ट्स होते हैं, जो विरोधी गेंदबाज़ों की तकनीक को बारीकी से परखते हैं और उनका तोड़ निकालते हैं। अश्विन और जडेजा पिछले कुछ समय में घरेलू क्रिकेट को काफ़ी वक़्त दे चुके हैं और अपनी तकनीक में कुछ नए पेच भी जोड़ रहे हैं। जबकि चहल और कुलदीप लगातार विरोधी एक्सपर्ट्स की नज़र में हैं और उनके सामने अपने तरकश को और भी संपन्न करने की चुनौती है।
#3 गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी भरोसेमंद
वनडे टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर लगातार लचर प्रदर्शन कर रहा है। अच्छे विकल्प की तलाश में टीम इंडिया को अश्विन और जडेजा के नाम पर गौर करना चाहिए। दोनों ही अपने बल्लेबाज़ी के हुनर से प्रभावित कर चुके हैं। अश्विन ने दबाव वाली परिस्थितोयं में अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है। जडेजा तो अच्छे हिटर हैं ही। दोनों के साथ सिर्फ़ फ़ॉर्म बरक़रार रखने की समस्या रही है।
#4 बैकअप के तौर पर
चहल-कुलदीप ने अश्विन-जडेजा की जगह ली तो अब यह अनुभवी जोड़ी बैकअप के तौर पर रखी जा सकती है। बैकअप के तौर पर स्पिनर अक्षर पटेल का नाम भी सामने आता है, लेकिन वह अभी अश्विन और जडेजा की तरह अनुभवी नहीं है और न ही बल्लेबाज़ी के लिए उन पर उतना भरोसा किया जा सकता है। अगर चहल या कुलदीप के फ़ॉर्म में कमी आती है या दोनों में से कोई चोटिल होता है तो चयनकर्ता अश्विन या जडेजा के नामों पर विचार कर सकते हैं।
#5 आईपीएल फ़ैक्टर
अप्रैल में आईपीएल का नया सीज़न शुरू होने जा रहा है। इस प्लेटफ़ॉर्म पर ये खिलाड़ी एक दूसरे के ऊपर अपनी प्राथमिकता की वजहों को सही साबित करने का पूरा प्रयास कर सकते हैं। इस बार जडेजा चेन्नई सुपर किंग्स से और अश्विन किंग्स इलेवन पंजाब से खेलेंगे। लेखकः यश पावस्कर अनुवादकः देवान्श अवस्थी