इंग्लैंड की पिच अब वैसी नहीं हैं जैसा कि कुछ साल पहले हुआ करती थी। इंग्लैंड की परंपरागत पिच सीम गेंदबाज़ों के लिए मददगार होती हैं और उस पर घास की छोटी परत होती है। इंग्लैंड में पिछले कुछ सालों से जिस तरह की पिच पर क्रिकेट खेली जा रही है वो बल्लेबाज़ों के लिए काफ़ी मददगार है। वहां की पिच अब ज़्यादा सूखी और स्पिन गेंदबाज़ों के लिए मददगार है। ऐसे में अश्विन और जडेजा के नाम पर विचार किया जा सकता है। फिरकी गेंदबाज़ों से विकेट की उम्मीद तो रहती है, लेकिन जब चीज़ें उनके हिसाब से नहीं चल रही होतीं तो ज़्यादा रन लुटाने की संभावना बढ़ जाती है। हांलाकि इंग्लैड की मौजूदा पिच पर ज़्यादा रन बन रहे हैं और मैच का स्कोर की काफ़ी बढ़ जा रहा है। अगर जडेजा और अश्विन को मौका मिले तो न सिर्फ़ विकेट हासिल करने में, बल्कि रन रोकने में भी कामयाब हो सकते हैं।