एक समय पर महेंद्र सिंह धोनी को टी20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक खिलाड़ियों में से एक माना जाता था। उनकी पावर हिटिंग, कप्तानी और उनके द्वारा मैच खत्म करने की कला साथ ही टी20 मैच में अपने अनुसार स्कोर बोर्ड को चलाना, यह सब खूबियाँ उन्हें टी20 क्रिकेट का सबसे बेहतरीन ख़िलाड़ी बनाती थी। समय के साथ सब बदलता है और अब धोनी के टी20 प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए उन्हें टीम में बनाये रखने के विचार किये जाते हैं। वह अब पहले जैसे ताबड़तोड़ और आक्रामक ख़िलाड़ी नहीं रहे, जो वो पहले हुआ करते थे। इसलिए अब धोनी को भी अपने टी20 करियर पर ध्यान देते हुए अपने स्थान पर नए युवा खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए। आईपीएल में कई उम्दा खिलाड़ियों ने लाजवाब प्रदर्शन किया है, जो महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर भारतीय टीम के लिए खेल सकते हैं। महेंद्र सिंह धोनी को अन्तर्राष्ट्रीय टी20 से अपने आप को हटाने के 5 कारण : ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की कमी एमएस धोनी जब अपने करियर के चरम पर थे, तो वह विश्व के सबसे खतरनाक और ताबड़तोड़ बल्लेबाज थे। स्पिन गेंदबाज से लेकर तेज गेंदबाज तक हर कोई उनके आगे गेंदबाजी करने को कतराता था। वह पॉवर हिटर के नाम से जाने जाते थे लेकिन उम्र के साथ साथ उनकी पावर हिटिंग में भी गिरावट देखने को मिली। टी20 क्रिकेट पावर हिटिंग खेल माना जाता है। धोनी की पावर हिटिंग में गिरावट को देख कर उन्हें टी20 क्रिकेट पर विचार करने की जरूरत है। विकटों के बीच में रन लेना हाल ही में श्रीलंका सीरीज में महेंद्र सिंह धोनी ने अपने पुराने पैड को अलविदा बोलते हुए, नए बम्बू स्टिक्स वाले पैड का इस्तमाल करने का फैसला किया। जिनके कारण उन्हें घुटनों को मोड़ने और मूवमेंट करने में आसानी होगी लेकिन पहले वाले हल्के पैडों के मुकाबले यह पैड काफी भारी होंगे, जिसके जरिए उनके रन लेने की गति में भी गिरावट देखने को मिलेगी। धोनी जब पुराने पैड से रन लेते थे, तो वह दुनिया के सबसे तेज रन चुराने वाले बल्लेबाजों में से एक थे लेकिन ऐसा अब नहीं देखने को मिलेगा। वनडे क्रिकेट की तरह ही टी20 क्रिकेट में भी एक और दो रन महत्वपूर्ण होते है, इसलिए उन्हें अब टी20 क्रिकेट में अपनी रनिंग को मद्देनजर रखते हुए वनडे क्रिकेट की तरफ देखना जरुरी हो गया है। युवा खिलाड़ियों को मौके की तलाश महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट रिटायर्मेंट और कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी केवल समिति ओवरों के ख़िलाड़ी बन कर रह गए। उनके स्थान पर अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली ने कप्तानी का दारोमदार संभाला, तो टेस्ट में विकेटकीपर का स्थान ऋधिमान साह को मिला। वनडे क्रिकेट और टी20 में धोनी की विकेटकीपिंग का कोई जवाब नहीं है। वह भारत के साथ विश्व के सबसे बेहतरीन विकेटकीपर ख़िलाड़ी हैं लेकिन टी20 में कई युवा विकेटकीपर खिलाड़ियों ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया। महेंद्र सिंह धोनी के स्थान पर उन्हें आजमाने का यह सही समय रहेगा। इस लिस्ट में ऋषभ पंत, संजू सैमसन, इशान किशन जैसे युवा ख़िलाड़ी शामिल हैं, जो भारत के लिए एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टी20 क्रिकेट खेल सकते हैं। टी20 फॉर्मेट में कई सालो से भारतीय टीम का लचर प्रदर्शन विश्व की बेहतरीन टीमें अपने भविष्य को लेकर वर्तमान में अच्छा करने के लिए सोचती हैं। अगर उन्हें आगे जाकर सबसे बेहतरीन टीम बनाना है, तो उन्हें अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन के पर ध्यान देना होता है। इसलिए बेहतरीन टीमें भविष्य को देखते हुए टीम में कुछ नए प्रयोग करने में विश्वास रखती है। अगर ऐसा भारतीय टीम को करना चाहिए, तो टी20 क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी के स्थान को लेकर करना जरुरी होता है। धोनी विकेटकीपर के साथ एक ताबड़तोड़ बल्लेबाज के रूप में जाने जाते हैं। उनका टीम में स्थान महत्वपूर्ण माना गया। उनके स्थान पर कई खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। अगर टी20 क्रिकेट में टीम के प्रदर्शन को ऊँचाइयों तक ले जाना है, तो धोनी के स्थान पर चर्चा करनी जरूरी हो जाती है। धोनी को अपनी विरासत बनाये रखने की जरूरत एमएस धोनी भारतीय टीम के सबसे सफल कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज रहे हैं। फ़िलहाल वह टी20 क्रिकेट में भारतीय टीम के लिए जूझते नजर आ रहे हैं, जिस खेल में उनसे बड़ा महारथी कोई नहीं माना जाता है। टी20 क्रिकेट में ताबड़तोड़ बल्लेबाज और मैच को अपने तरीके से फिनिश करना उनकी विरासत रही है लेकिन पिछले कई सालोन से वह इस फॉर्मेट में जूझते नजर आये और कोई भी क्रिकेट प्रेमी उनके जैसी विरासत के ख़िलाड़ी को दोबारा से देखना नहीं चाहेगा। टेस्ट क्रिकेट में रिटायर होने के फैसले की तरह ही धोनी को टी20 क्रिकेट के बारे में सोच विचार करने की जरूरत है, ताकि उनके जैसी विरासत किसी ख़िलाड़ी की न हो।