5 कारण जिससे गौतम गंभीर भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य बन सकते हैं

न्यूज़ीलैंड के साथ सम्पन्न हुई सीरीज में केएल राहुल के पहले टेस्ट में चोटिल होने की वजह से भारतीय टेस्ट टीम में गौतम गंभीर को जगह मिली थी। जिसके बाद उन्हें दूसरे टेस्ट में अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। लेकिन शिखर धवन के चोटिल होने के बाद गंभीर को तीसरे टेस्ट में टीम में शामिल किया गया। 34 वर्षीय इस बल्लेबाज़ ने पहली पारी में 29 और दूसरी पारी में 50 रन बनाये। गंभीर के खेल में आक्रामकता दिखी, उन्होंने पहली पारी में 3 चौके और 2 छक्के लगाये और दूसरी पारी में अपने अर्धशतक में मात्र 56 गेंदों में 6 चौकों की मदद से 50 रन बनाये। तकरीबन 2 साल बाद गंभीर ने वापसी करते हुए ठीकठाक बल्लेबाज़ी की। ऐसे में ये 5 वजहें उभरी हैं, जिसकी वजह से वह टीम के नियमित सदस्य बन सकते हैं: शिखर धवन की चोट और खराब फॉर्म भारतीय कप्तान विराट कोहली ने तीसरे टेस्ट से पहले ही मीडिया में इस बात को साफ कर दिया था कि गौतम गंभीर खेलेंगे। धवन जो पहले टेस्ट में नहीं खेले थे। लेकिन दूसरे टेस्ट में उन्हें चोट लग गयी इसके अलावा केएल राहुल भी चोटिल थे। ऐसे में तीसरे टेस्ट में गंभीर को जगह मिली और उन्होंने इस मौके पर एक अर्धशतक बना दिया। वहीं शिखर धवन लगातार फ्लॉप होने के साथ-साथ अब चोटिल भी हो गये हैं। उन्होंने श्रीलंका में भी चोट की वजह से 2 टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। धवन लम्बे समय से आउट ऑफ़ फॉर्म चल रहे हैं, ऐसे में अब गंभीर को टेस्ट में मौका दिए जाने की जरूरत है। जिससे वह खुद को साबित कर सकें। मुरली विजय की फॉर्म में निरंतरता की कमी मुरली विजय बतौर सलामी बल्लेबाज़ लम्बे समय से भारतीय टीम की पारी आरम्भ करते आ रहे हैं, वह गंभीर के पार्टनर वीरेंदर सहवाग की खराब फॉर्म की वजह से टीम में शामिल किए गये थे। लेकिन बीते कई मैचों में उनकी फॉर्म में लगातार उतार-चड़ाव देखने को मिल सकता है। बीती सीरीज में पहले मैच में उनके नाम अर्धशतक रहा है, लेकिन बाकी की चार पारियों में वह मात्र 45 रन ही बना पाए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी वह एक ही अर्धशतक बना पाए थे। ऐसे में गंभीर और केएल राहुल को भारतीय सलामी बल्लेबाज़ी सौंपी जा सकती है। कोचिंग स्टाफ को गंभीर पर भरोसा भारतीय टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले का गंभीर की वापसी में अहम योगदान था। दूसरे टेस्ट से पहले कुंबले ने मीडिया में भी इस बात को माना था कि वह गंभीर की वापसी से खुश हैं। वहीं बल्लेबाज़ी कोच संजय बांगर ने भी तीसरे टेस्ट से पहले गंभीर की सराहना की थी। उन्होंने गंभीर के घरेलू प्रदर्शन का भी जिक्र किया था। भारतीय टीम के मुख्य कोच और स्टाफ के विश्वास की देखते हुए गौतम गंभीर आने वाले समय में भी भारतीय टीम के अहम अंग हो सकते हैं। बेहतरीन फॉर्म गंभीर ने हाल ही में कमाल का प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम में चोटिल केएल राहुल की जगह शामिल किए गये। दुलीप ट्राफी के पहले दिन रात्रि टूर्नामेंट में गंभीर की कप्तानी में इंडिया ब्लू ने खिताबी जीत हासिल की। उन्होंने 5 पारियों में 77, 90, 59, 94 और 36 रन बनाये। जबकि बहुत से बल्लेबाजों को गुलाबी गेंद से खेलने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। इसके अलावा गंभीर ने आईपीएल 2016 में भी बेहतरीन बल्लेबाज़ी की थी। केकेआर के लिए उन्होंने इस टूर्नामेंट में काफी रन बनाये। ऐसे में वह भारतीय टेस्ट टीम के बेहतरीन सलामी बल्लेबाज़ साबित हो सकते हैं। बड़े स्तर पर खेलने का अनुभव पिछले 4-5 सालों में मौजूदा भारतीय टेस्ट टीम सबसे युवा टीम है। वहीं गंभीर का करियर 12 साल का है। उन्होंने इस दौरान टेस्ट के फॉर्मेट में काफी उपलब्धियां हासिल की हैं। 57 टेस्ट में 42 के औसत से इस बाएं हाथ के बल्लेबाज़ ने 4 हजार से ज्यादा रन बनाये हैं। जिसमें 9 शतक और 22 अर्धशतक शामिल है। गंभीर ने कई अहम मौकों पर भारतीय टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है। ऐसे में गंभीर का अनुभव टीम इंडिया के लिए काम आ सकता है। इसलिए टीम प्रबन्धन को गंभीर के अनुभव का सही इस्तेमाल करना चाहिए।