बीते वर्षों में अभी तक इस खले में ज्यादातर बेहतरीन ऑलराउंडर किसी भी एक डिफॉर्टमेंट में स्पेशलिस्ट रहे हैं जो दूसरे डिपार्टमेंट में भी अच्छा करते हैं। जहां एक ओर इयान बोथम, कपिल देव और इमरान खान जैसे दिग्गज खिलाड़ी गेंदबाजी में मजबूत थे वहीं गैरी सोबर्स और जैक कैलिस बल्लेबाजी में बेहतरीन थे। अभी तक जितना भी हार्दिक पांड्या के खेल को देखा गया है, वो किसी भी पक्ष में मदबूत नहीं दिखाई दिए हैं। हालांकि भारतीय टीम के सीमित ओवर के कप्तान एमएस धोनी ने उन्हें एक गेंदबाज के तौर पर इस्तेमाल किया है, लेकिन वहां भी हार्दिक बहुत ज्यादा प्रभाव डालने में कामयाब नहीं रहे हैं। साथ ही बतौर लोअर ऑर्डर बल्लेबाज के रुप में भी वो ज्यादातर मौकों पर फ्लॉप ही साबित हुए हैं और एकल अंक के स्कोर पर आउट हुए हैं। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए, हार्दिक को क्रिकेट के लम्बे फॉर्मेट में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।