#1. नंबर 4 की समस्या दूर हो सकती है
भारतीय टीम में हमेशा एक से एक शानदार बल्लेबाज़ देखने को मिले और जब भी टीम से कोई दिग्गज़ खिलाड़ी संन्यास लेता है, तो उनकी जगह पर एक ऐसा खिलाड़ी आ जाता जो उस विरासत को आगे लेकर जाने का काम करता है। शिखर धवन और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी भले ही अभी तेंदुलकर और गांगुली या तेंदुलकर के साथ सहवाग की ओपनिंग जोड़ी जैसी ना हो लेकिन विश्व क्रिकेट में इन दोनों की जोड़ी मौजूदा समय में सबसे घातक ओपनिंग है।
दोनों ही खिलाड़ी वर्तमान में जिस तरह के फार्म में है, जल्द ही यह अपना भारत की सबसे सफल ओपनिंग जोड़ी में से एक है। इसके बाद नंबर 3 पर बल्लेबाज़ी करने के लिए वर्तामन में विश्व क्रिकेट के सबसे शानदार बल्लेबाज़ विराट कोहली आते है। लेकिन इसके बाद टीम के लिए समस्या ख़डी होती है, क्योंकि चौथे नंबर पर टीम को किसको बल्लेबाज़ी कराएगी उसको लेकर अभी तक दुविधा के हालात बने हुए है, क्योंकि यह दिक्कत टीम के लिए पिछले 7 से 8 सालों से है। युवराज़ सिंह के इस स्थान पर खेलने वाले पिछले सबसे सफल बल्लेबाज़ साबित हुए थे।
साल 2011 में युवराज़ सिंह के टीम से बाहर जाने के बाद भारतीय टीम ने इस स्थान के लिए काफी सारे बल्लेबाज़ो को आज़माया जिसमें आजिंक्य रहाणे, मनीष पांण्डेय, लोकेश राहुल के अलावा कई और भी खिलाड़ी चौथे नंबर पर टीम के लिए बल्लेबाज़ी करने उतरे लेकिन इनमें से कोई भी सफल ना हो सका। एशिया कप में चौथे नंबर बल्लेबाज़ी के लिए अंबाती रायडू को भेज़ा गया जिन्होंने कुछ शानदार पारियां खेलकर अभी इस स्थान पर बल्लेबाज़ी करने के प्रबल दावेदार बने हुए है।
टॉप 3 में शानदार बल्लेबाज़ होने के बाद टीम के पास चौथे नंबर की पहले अभी भी अबूझ बनी हुई है। पिछले आईपीएल सीज़न में अंबाती रायडू ने चेन्नई सुपर किंग्स से खेलते हुए शानदार बल्लेबाज़ी की थी, जिस कारण उन्हें टीम में वापसी करने का मौका मिला जिस कारण इस सीज़न में भी टीम को एक और विकल्प इस स्थान के लिए मिल सकता है।