भारत और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जानी है। 5 टेस्ट मैचों की इस सीरीज की शुरुआत 1 अगस्त से होगी। भारतीय टीम के पास इस बार हर खिलाड़ी फॉर्म में है और ऐसे में इस टेस्ट सीरीज को जीतने की दावेदारी भी पेश कर रहे हैं। अपने खेल पर ध्यान देकर भारत के पास इस बार इंग्लैंड को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में मात देने का शानदार मौका है। वहीं इंग्लैंड की टीम के कमजोर पहलूओं को ध्यान में रखते हुए भी टीम इंडिया इस टेस्ट सीरीज को अपने नाम आसानी से कर सकती है। आइए यहां नजर डालते हैं उन वजहों पर जिसके चलते भारत इस टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कर सकती है।
#1 शानदार पेस आक्रमण
भारतीय टीम के पास अब शानदार तेज गति के गेंदबाज मौजूद हैं जो विरोधी खेमे की गिल्लियां अपनी रफ्तार के दम पर बिखरने में कारगर साबित हो रहे हैं। भारतीय टीम के पास भुवनेश्वर कुमार के रूप में एक ऐसा गेंदबाज मौजूद है जो अपनी स्विंग गेंदों से बेहतरी परिणाम टीम को दे सकता है। वहीं उमेश यादव और मोहम्मद शमी रिवर्स स्विंग करने के लिए जाने जाते हैं। इसके लिए टीम में ईशांत शर्मा भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं क्योंकि ईशांत शर्मा के पास इंग्लैंड की धरती पर खेलने का काफी अनुभव प्राप्त है। चारों खिलाड़ी ही इंग्लैंड के खिलाफ अपने जिम्मेदारा गेंदबाजी से प्रभावित कर इंग्लैंड की टीम के लिए मुश्किलें बढ़ा सकते हैं। इस बार बेहतरीन तेज गेंदबाज मौजूद होने के चलते टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में कमाल दिखा सकती है।
#2 इंग्लैंड की बल्लेबाजी क्रम में अनुभव की कमी
पिछले कुछ महीनों से इंग्लैंड की टीम टेस्ट क्रिकेट में काफी संघर्ष करती हुई दिखाई दी है। जिसमें टीम की बल्लेबाज में अनुभव की कमी के कारण टीम के बल्लेबाज ज्यादा रन स्कोर करने में नाकाम साबित हुए हैं। इंग्लैंड की टेस्ट टीम में अनुभव की कमी के कारण टीम सिर्फ एलिस्टर कुक और जो रूट पर ही निर्भर बनी हुई है। हालांकि दोनों खिलाड़ियों पर निर्भरता के चलते इन खिलाड़ियों पर भी दबाव देखा जा सकता है और अक्सर ऐसा देखा गया है कि ज्यादातर खिलाड़ी दबाव में अपने बेस्ट नहीं दे पाते हैं। बल्लेबाजी क्रम में अनुभव की कमी और दबाव होने के कारण इंग्लैंड का खेल आसानी से बिगड़ सकता है जिसका फायदा टीम इंडिया उठा सकती है।
#3 एंडरसन और ब्रॉड पर अत्यधिक निर्भरता
इंग्लैंड की टीम में पिछले काफी समय से जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड टीम की गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ की हड्डी बने हुए हैं। दोनों ही गेंदबाजों पर टीम काफी निर्भर हो गई है। एंडरसन टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उनके नाम 300 से ज्यादा विकेट दर्ज हैं। वहीं ब्रोड एंडरसन का साथ निभाने के लिए टीम में मजबूती से जमे हुए हैं। हालांकि अभी भी इंग्लैंड की टीम में एक तीसरे सीमर की कमी महसूस की जा रही है। पीछे कुछ मैचों में मार्क वूड और क्रिस वोक्स को टीम के गेंदबाजी आक्रमण की जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन दोनों ही गेंदबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इस लिहाज से एंडरसन और ब्रोड की जिम्मेदारियां काफी बढ़ जाती हैं। निर्भरता के चलते दोनों ही गेंदबाजों पर दबाव भी होगा। ऐसे में भारतीय टीम के बल्लेबाजों के पास रन स्कोर कर टीम को मजबूती दिलाने का एक अच्छा मौका सामने आया है।
#4 काउंटी का अनुभव आएगा काम
इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज हमेशा से ही चर्चा का मुद्दा रहा है। वहीं इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज की अहमियत भी काफी है। ऐसे में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों के जरिए खेली गई काउंटी क्रिकेट भी इस सीरीज में काफी काम आने वाला है। भारतीय क्रिकेट टीम में योर्कशायर के साथ चेतेश्वर पुजारा और सुसेक्स के साथ ईशांत शर्मा ने बिताए गए समय से काफी अनुभव इकट्ठा किया है। अब ये खिलाड़ी इंग्लैंड के मैदान को अच्छे से जानते हैं जिसका फायदा भी इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज में देखने को मिल सकता है।
#5 कप्तान विराट कोहली
कप्तान विराट कोहली का पिछला इंग्लैंड दौरा काफी निराशाजनक था। उस दौरान वह दौरा विराट कोहली के लिए काफी सामान्य रहा क्योंकि उन्होंने एक औसत खिलाड़ी के तौर पर 10 पारियों में बल्लेबाजी करते हुए 13.4 की औसत से रन स्कोर किए थे। अब विराट कोहली में काफी बदलाव आ चुका है और टीम इंडिया की कमान बेहतरीन तरीके से संभाली हुई है। साल 2014 में एंडरसन विराट कोहली के सामने खौफ के तौर पर आ गए थे। उस दौरान एंडरसन ने अपनी घातक गेंदबाजी के चलते पूरी सीरीज में विराट कोहली को पांच बार पैवेलियन का रास्ता दिखाया था। अब चार के बाद विराट कोहली थोड़े और मेच्योर हो चुके हैं और स्थिति के लिहाज से प्रदर्शन करने की अहमियत को जान चुके हैं। विराट कोहली काफी समय से टीम इंडिया के लिए हर मैच में रन स्कोर कर रहे हैं और टीम इंडिया की जीत में मैच जिताऊ खिलाड़ी भी साबित हो रहे हैं। अब ऐसे में विराट कोहली इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी अपना शानदार खेल जारी रखते हुए दिखाई दे सकते हैं। लेखक: ब्रोकन क्रिकेट अनुवादक: हिमांशु कोठारी