पावर हिटर खोजना
यदि आप 2007 विश्वकप टी-20 में भारत की जीत के बारें में फिर से सोचते हैं तो फिर क्या याद आता है, वह है युवराज सिंह की पावर हिटिंग परफॉर्मेंस। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो महत्वपूर्ण नॉकआउट मैचों में युवराज ने अकेले अपनी बल्लेबाजी के दम पर ही अपनी टीम को जीत दिलायी थी।
जाहिर है पावर हिटिंग टी-20 क्रिकेट में सबसे महत्वपूर्ण चीज है इसलिए वेस्टइंडीज की टीम इस फॉर्मेट में इतनी सफल रही हैं। वेस्टइंडीज की टीम ऐसे पावर हिटर खिलाड़ियों से भरी हुई है जो मैदान पर आये और सीधे आकर चौके छक्कों की शुरुआत कर दें।
भारतीय टीम के साथ सबसे बड़ी समस्या अभी यह है कि टीम में हार्दिक पांड्या के अलावा कोई भी ऐसा बल्लेबाज नहीं है जो कि पावर हिटर हो और अपरंपरागत क्रिकेट खेल सकता है। यही कारण है कि भारत को पांड्या जैसे ऑलराउंडर की तलाश करना चाहिए जो पूरे आत्मविश्वास के साथ चौके छक्के लगा सकते हैं।