#3 अनुभवी स्पिनर्स
श्रीलंका के ख़िलाफ़ टेस्ट सीरीज़ से पहले रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा ग़लत वजहों से ख़बरों में छाए हुए थे। वनडे सीरीज़ से इन दोनों की दूरी कई सवालों को जन्म दे रही थी कि सीमित ओवर के खेल में इनका भविष्य क्या होगा। हांलाकि नागपुर में इन दोनों के प्रदर्शन के बदौलत टीम इंडिया को टेस्ट सीरीज़ में जीत हासिल हुई। विदेशी पिचों पर इन गेंदबाज़ों का तजुर्बा भी टीम के काम आ सकता है। अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका और इंग्लैंड में 9 टेस्ट मैच खेले हैं। अश्विन ने विदेश में 9 टेस्ट मैच में 24 विकेट लिए हैं, जबकि जडेजा ने विदेशी मैदान पर 7 टेस्ट मैच खेले हैं और 18 विकेट हासिल किए हैं। बढ़ियां गेंदबाज़ी के अलावा इन दोनों गेंदबाज़ों ने कई नाज़ुक मौक़ों पर अपने बल्ले से भी कमाल दिखाया है। मौजूदा हालात में अश्विन और जडेजा में से कोई एक ही गेंदबाज़ प्लेइंग-XI में शामिल हो सकता है। हांलाकि पिछले विदेशी दौरों में इन दोनों गेंदबाज़ो का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा था, लेकिन बाद में इन दोनों की गेंदबाज़ी में ज़बरदस्त सुधार आया है। उम्मीद है कि अश्विन और जडेजा विदेशी मैदान में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।