#2 खिलाड़ियों पर ज़िम्मेदारी बढ़ेगी
ये बात सौ फ़ीसदी सच है कि टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी विराट कोहली के इर्द गिर्द घूमती है। पिछले 3-4 में विराट कोहली ने लगातार बेहतर प्रदर्शन किया है। भारत की जीत में उनका औसत 99.8 के क़रीब रहा है और जब-जब टीम इंडिया हारी है उनका औसत 40 से कम था। चूंकि भारत का मिडिल ऑर्डर उतना मज़बूत नहीं है जितना कि होना चाहिए, ऐसे में विराट कोहली ही हैं जिन्होंने भारत की बल्लेबाज़ी को ताक़तवर बनाकर रखा हुआ है। अगर वो इंग्लैंड के दौरे से बाहर होते हैं, तो ऐसे में युवाओं के पास अपनी ज़िम्मेदारी तय करने और निभाने का सुनहरा मौका होगा। हर एक खिलाड़ी पर बेहतर खेल का दबाव होगा। अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी वो होता है जो दबाव में भी बेहतर प्रदर्शन कर सके। दिनेश कार्तिक दबाव में अच्छी बैटिंग कर सकते हैं, इससे धोनी को फ़ायदा मिलेगा और वो ऊपरी क्रम में बल्लेबाज़ी के लिए आ सकते हैं। चूंकि बढ़ती उम्र में भी धोनी की फ़िटनेस का जवाब नहीं है, ऐसे में वो 40 ओवर तक भी बल्लेबाज़ी कर सकते हैं और विकेट्स के बीच में तेज़ी से दौड़ लगा सकते हैं।