5 कारणों से महेंद्र सिंह धोनी भारत की विश्व कप जीत में अहम भूमिका निभा सकते हैं

विश्व कप के आगामी संस्करण में सिर्फ नौ महीने बचे हैं, टीमों ने जीत की रणनीति बनानी शुरू कर दी। वहीं, भारतीय टीम की बात करें तो विश्व कप में कप्तान विराट कोहली के अलावा दूसरे प्रमुख खिलाड़ी होंगे, एमएस धोनी। फैंस से लेकर हर एक पूर्व खिलाड़ी क्रिकेट के महाकुंभ का इंतजार कर रहा है और इस लेख में हम उन कारणों का विश्लेषण करेंगे, जिनकी वजह से धोनी भारत को फिर से विश्व विजेता बना सकते हैं:

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#1 अनुभव

इस बात से इनकार नहीं किया जाता है कि एमएस धोनी वर्तमान भारतीय टीम में सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं, खासकर विश्व कप जैसे बड़े टूर्नामेंट के लिए। धोनी ने अपने 14 वर्षों के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में तीन बार विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इन 14 वर्षों में, एमएस धोनी ने खेल में हर तरह की परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 300 से अधिक वनडे मैच खेलने वाले धोनी ने 51 के प्रभावशाली औसत और 88 की स्ट्राइक रेट पर 10,000 से अधिक रन बनाए हैं। ऐसे में निश्चित रूप से आगामी विश्व कप में उनका अनुभव टीम के लिए एक प्लस पॉइंट होगा।

# 2 विकेट-कीपिंग

एमएस धोनी के भारतीय टीम में शामिल होने से पहले, टीम एक अदद विकेटकीपर बल्लेबाज़ की कमी से जूझ रही थी जो निचले क्रम में अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर सकता हो। धोनी के टीम में शामिल होने से पहले दिनेश कार्तिक और पार्थिव पटेल को काफी मौके मिले थे लेकिन वे ऐसे भुना नहीं पाए। तब से धोनी लगातार टीम इंडिया का अभिन्न अंग बने हुए हैं। धोनी ने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी लेकिन भारत को अभी तक उनका विकल्प नहीं मिला है। एक विकेटकीपर बल्लेबाज़ के तौर पर उनके कौशल से निश्चित रूप से भारतीय टीम को विश्व कप 2019 में फायदा होगा।

#3. संकटमोचक धोनी

धोनी ने कई बार भारतीय टीम को हार से बचाया है। पिछले साल, उन्होंने भारत को श्रीलंका के खिलाफ मैच में संकटमोचक भूमिका निभाई थी। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम का स्कोर एक समय पर सात विकेट के नुक्सान पर 29 रन पहुंच गया था। इस स्थिति में धोनी ने भारत को 112 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, हालांकि, मैच जीतने के लिए इतने रन काफी नहीं थे। इसी तरह से पाकिस्तान के खिलाफ भी 2012 में, भारत के 29 रनों पर पांच विकेट गिर गए थे, लेकिन माही ने शतक लगाकर टीम को संकट से उबारा और स्कोर को 200 के पार पहुंचा दिया।

#4. कप्तानी का अनुभव

महेंद्र सिंह धोनी ने लगभग एक दशक तक भारत का नेतृत्व किया है और कप्तान के रूप में 9 आईसीसी टूर्नामेंटों में से 3 में भारत को जीत दिलाई है। विराट कोहली पहली बार अगले साल होने वाले विश्व कप में भारत का नेतृत्व करेंगे, लेकिन उनको धोनी के मार्गदर्शन की ज़रूरत होगी। हमने इससे पहले भी देखा है कि कोहली अक्सर मैच के दौरान पूर्व कप्तान से सलाह लेते नज़र आते हैं। इसी वजह से अगर भारत को तीसरी बार विश्व विजेता बनना है तो इसमें धोनी का अनुभव नए कप्तान के लिए बेहद अहम होगा।

#5 फिनिशर

धोनी इस समय दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फ़िनिशरों में से एक माने जाते हैं। मैच के आखिरी दस ओवरों मेंटीम को 80-90 रन बनाने की जरूरत होती है, तो धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो इस लक्ष्य को सहज ही प्राप्त कर लेते हैं। पिछले कुछ सालों से वह धीरे-धीरे अपनी पारी की शुरुआत करते हैं और एक बार नज़रें टिक जाने पर वह तेज़ी से रन बनाते हैं। उन्होंने इसी नीति पर चलते हुए भारत के लिए कई मैच जिताऊं पारियां खेली हैं। भारतीय टीम यह उम्मीद करेगी कि धोनी अपना फॉर्म विश्व कप में भी जारी रखेंगे। लेखक: संचित अग्रवाल अनुवादक: आशीष कुमार

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