धोनी भारत के अकेले ऐसे कप्तान हैं जिनके पास आईसीसी की हर बड़ी ट्रॉफी है। चाहे वो टी-20 वर्ल्ड कप हो, 50 ओवरों का वर्ल्ड कप हो या फिर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी। वहीं उन्होंने आईपीएल में भी अपनी कप्तानी कई बार चेन्नई सुपर किंग्स को चैंपियन बनाया है। यही वजह है कि आज वो भारत के सबसे सफल कप्तान हैं। सचिन, गांगुली और अजहरुद्दीन की तुलना में कप्तान के तौर पर धोनी का वनडे मैचों में जीत प्रतिशत काफी ज्यादा है। धोनी के लिए ये सफर कतई आसान नहीं रहा। उन्हें एक युवा खिलाड़ियों से भरी एक अनुभवहीन टीम मिली थी जिसे उन्होंने तैयार किया और भारतीय टीम को बेहतर रिजल्ट दिए। 2007 की वर्ल्ड कप टीम के पास कोई अनुभव नहीं था फिर भी धोनी ने भारत को चैंपियन बनाया वहीं 2011 के वर्ल्ड कप में अनुभव और युवा खिलाड़ियों के मिश्रण से उन्होंने भारतीय टीम को कप दिलाया। वहीं आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी करते हुए धोनी ने लगातार 2 बार टाइटल पर कब्जा जमाया। उन्होंने टीम में युवा खिलाड़ियों की अच्छी-खासी फौज तैयार कर दी। कुल मिलाकर कहें तो धोनी एक ऐसे कप्तान थे जो अपनी और अपनी टीम की किस्मत खुद लिखते थे। उनके जैसी लीडरशिप वाले कप्तान को भारतीय क्रिकेट हमेशा याद रखेगी।