3. आक्रामक बल्लेबाजी- लंबे समय बाद वापसी करने के बावजूद पार्थिव ने अपने खेल से स्पष्ट कर दिया कि वो अपने स्वाभाविक आक्रामक अंदाज में ही खेलेंगे । पार्थिव ने मोहाली टेस्ट की दूसरी पारी में इंग्लिश गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए आक्रामक अंदाज में अर्धशतक लगाया । उनकी बल्लेबाजी को देखकर लगा ही नहीं कि वो जरा सा भी दबाव में हैं । आईपीएल में दर्शकों ने पार्थिव की आक्रामक बल्लेबाजी को तो काफी देखा है । लेकिन ये बात सबको पता होनी चाहिए की यही उनके खेलने का अंदाज है । टेस्ट मैचों में उनकी धुंआधार बल्लेबाजी मैच का रुख पलट सकती है, क्योंकि टेस्ट में भी वो उसी तरह खेलते हैं । अगर साहा से उनकी तुलना की जाए तो पार्थिव टेस्ट मैचों में तेजी से रन बनाने की क्षमता के कारण बेहतर विकल्प हैं ।
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