इंग्लैंड के खिलाफ हाल ही में ही हुई टेस्ट सीरीज में अश्विन ने शानदार गेंदबाजी कर खूब वाहवाही लूटी थी। अश्विन ने टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा 28 विकेट चटकाए थे। टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड को 4-0 से मात दी थी तो इस जीत के हीरो रहे चेन्नई के स्टार ऑफ स्पिनर आर अश्विन। टेस्ट सीरीज के बाद इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में अश्विन का प्रदर्शन देखा जाए, तो अश्विन बिल्कुल अलग गेंदबाज नजर आए। टेस्ट क्रिकेट में जिस अश्विन की गेंदों को बल्लेबाज खेल नहीं पा रहे थे। उसी अश्विन की वनडे क्रिकेट में इंग्लिश बल्लेबाजों ने जमकर धुनाई की। पुणे में हुए पहले वनडे मैच में अश्विन ने 10 ओवर में 63 रन लुटाए। जबकि उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। कटक में हुए दूसरे मैच में अश्विन ने 3 विकेट जरूर लिए लेकिन उन्होंने 10 ओवर में 6.50 के इकोनोमी रेट से 65 रन खर्च किए। कोलकाता में हुए तीसरे वनडे में भी अश्विन ने निराश किया। उन्होंने ने 9 ओवर में 9.66 की इकोनोमी रेट से 60 रन दिए। जबकि उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला। #दूसरे स्पिनर्स से मिला तगड़ा कॉम्पिटिशन पुणे में हुए पहले वनडे मैच में अश्विन को प्लेइंग इलेवन में खिलाने के लिए कप्तान विराट कोहली को अमित मिश्रा को बाहर बैठना पड़ा था। जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछली वनडे सीरीज में पुणे में अमित मिश्रा ‘मैन ऑफ द मैच’ बने थे। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीरीज 2-2 से बराबर थी। इसके बाद वाइजैग में हुए निर्णायक मैच में अमित मिश्रा ने 11 रन देकर 5 विकेट चटकाए थे और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। वैसे भी भारतीय पिचों में रिस्ट स्पिनर को हमेशा ज्यादा टर्न और बाउंस मिलता है। जिसकी वजह से विदेशी बल्लेबाज अमित मिश्रा की गेंदों को पढ़ नहीं पाते और उनकी गुगली में फंसकर अपने विकेट गवां देते हैं। इसके अलावा अश्विन को लेफ्ट ऑर्म स्पिनर अक्षर पटेल और लेग स्पिनर यजुवेन्द्र चहल से भी अच्छा खासा कॉम्पिटिशन मिल रहा है। यजुवेन्द्र चहल कोहली की कप्तानी में आईपीएल में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की ओर से खेल चुके हैं और कोहली हमेशा से चहल की गेंदबाजी के कायल रहे हैं। लिहाजा वनडे में अश्विन का खराब प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहा, तो हो सकता है कि विराट लेग स्पिनर यजुवेन्द्र चहल को टीम में लेकर आएं। #13 जनवरी 2016 से 18 जनवरी 2017 तक अश्विन वनडे क्रिकेट में एक भी विकेट नहीं ले पाए 13 जनवरी 2016 से लेकर 18 जनवरी 2017 तक अश्विन ने सिर्फ 2 वनडे मैच खेले और इन मैचों में अश्विन के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। अश्विन ने वनडे क्रिकेट में अपना आखिरी विकेट पर्थ में 12 जनवरी 2016 में लिया था। अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई शतकवीर जॉर्ज बेली और ग्लैन मैक्सवेल के विकेट लिए हालांकि अश्विन का ये प्रदर्शन टीम इंडिया के कोई काम नहीं आया और भारत उस मैच में 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद गाबा में हुए अगले वनडे मैच में अश्विन ने 10 ओवर में 60 रन दिए और उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला। उस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 7 विकेट से हराया था। सबसे बड़ी बात ये है कि पूरी सीरीज में अश्विन के प्रदर्शन देखकर ये कहीं से भी नहीं लगा कि वो टीम इंडिया के स्टार स्पिनर हैं। #अश्विन ने आजतक वनडे क्रिकेट में एक भी बार नहीं चटकाए 5 विकेट टीम इंडिया के स्टार स्पिनर आर अश्विन ने आजतक वनडे क्रिकेट में एक भी बार 5 विकेट नहीं चटकाए हैं। वनडे क्रिकेट में अश्विन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2015 वर्ल्ड कप में संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ था। जब उन्होंने पर्थ में 25 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे। इससे पहले अश्विन का बेस्ट प्रदर्शन 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ था। जब उन्होंने ईडन गार्डन्स में 28 रन देकर 3 विकेट लिए थे। स्पिन फ्रेंडली विकेट पर अश्विन ने अपने 9 ओवरों में 3 अहम विकेट चटकाए और टीम इंडिया की जीत में अहम रोल निभाया। #बहुत ज्यादा रन लुटाना पिछले 3 वनडे मैचों में अश्विन के आंकड़ें बेहद खराब रहे हैं। उन्होंने पिछले तीन मैचों में 0/63, 0/60, 2/68 रन दिए हैं। ऐसे में कोहली बिल्कुल नहीं चाहेंगे कि उनका स्टार स्पिनर इतने ज्यादा रन लुटाए। कई बार हर मैच में विकेट निकालना बहुत मुशकिल हो जाता है लेकिन जब आप टीम इंडिया के सबसे अनुभवी स्पिनर हैं तो आपका 6 ज्यादा के इकोनोमी रेट से रन नहीं लुटाना जायज नहीं है। अश्विन के करियर का इकोनोमी रेट 4.78 है। जो कि एक गेंदबाज के लिहाज से अच्छा कहा जाएगा, लेकिन इस इकोनोमी रेट से ये नहीं पता चल पाता है कि अश्विन ने किस मैच में खराब गेंदबाजी की। अश्विन ने अबतक 10 ओवर में सबसे ज्यादा 74 रन वेस्टइंडीज के खिलाफ दिए थे। जाहिर है अश्विन की खराब फॉर्म को देखते हुए लगता है कि अगर वो अपने प्रदर्शन में सुधार नहीं करते तो हो सकता है, वो अपने सबसे ज्यादा 74 रन लुटाने के रिकॉर्ड को भी तोड़ दें। #वन-डे क्रिकेट में नहीं चल रहा अश्विन का बल्ला टेस्ट क्रिकेट में अश्विन ने 4 शतक और 10 अर्धशतक लगाए हैं। इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 34.92 का रहा है लेकिन वन-डे क्रिकेट में अश्विन इस प्रदर्शन के पास भी नजर नहीं आते। वनडे क्रिकेट में अश्विन ने सिर्फ 1 अर्धशतक लगाया है। वनडे में अश्विन का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 65 रन है। पिछले 5 वनडे मैचों में अश्विन ने 15 रन नाबाद, 1,4,0,5 रन बनाए हैं। ऐसे में टेस्ट में बल्ले से अश्विन के प्रदर्शन को देखते हुए, कप्तान कोहली चाहेंगे कि अश्विन वनडे क्रिकेट में भी लोअर ऑर्डर में बल्ले से अहम योगदान दें और अगर ऐसा नहीं होता तो हो सकता है कि कोहली दूसरे विकल्प तलाशने लगे। यहां पर हम ये भी नहीं कह रहे कि अश्विन को मैच जिताऊ पारियां खेलनी होंगी लेकिन अगर अश्विन सिर्फ आखिरी ओवरों में 20-30 रन तेजी से बना लेते हैं तो वो भी टीम के लिए बहुत कारगर साबित होगा।