आधे टूर्नामेंट तक किसी को भी ये मालूम नहीं था कि बंगलौर के दो गेंदबाज़ सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की श्रेणी में आ पाएंगे। इसके आलावा आरसीबी की टूर्नामेंट में खराब शुरुआत की वजह उनकी गेंदबाजी को माना जा रहा था। जो हर बड़े स्कोर को बचाने में असफल साबित हुए थे। लेकिन सौभाग्यवश टूर्नामेंट के आख़िरी चरण में बंगलौर की गेंदबाज़ी में काफ़ी सुधार देखने को मिला। वॉट्सन और चहल को क्रिस जॉर्डन, इकबाल अब्दुल्लाह और श्रीनाथ अरविन्द का अच्छा साथ मिला है। इन खिलाड़ियों का एक इकाई के तौर पर अच्छा प्रदर्शन रहा है।
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