नयी गेंद से स्पिन गेंदबाज़ी कराने के 5 कारण

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क्रिकेट में स्पिन गेंदबाज़ी किसी कला से कम नहीं है। दायें और बाएं हाथ के स्पिनर अपनी घुमाव लेती गेंदों से अक्सर बल्लेबाजों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। गेंद को घुमाने के लिए स्पिन गेंदबाज़ कलाई का या फिर अँगुलियों का इस्तेमाल करते हैं। बीते कई सालों में हमें स्पिन गेंदबाज़ी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। सामान्य तौर नई गेंद को तेज गेंदबाज़ी के मुफीद माना जाता है। लेकिन इधर कई कप्तानों ने सभी प्रारूपों में स्पिन गेंदबाजों को नई गेंद सौंपी है। अब इसके पीछे क्या कारण हैं, आज हम आपको यही बता रहे हैं: #1 टर्निंग विकेट का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेना भारतीय उपमहादीप में ज्यादातर पिचें स्पिन ट्रैक मानी जाती हैं। जहाँ पर मैच का रुख स्पिनर तय कर देते हैं। इसलिए कप्तान स्पिन विकेट का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए नई से भी स्पिनर का इस्तेमाल करते हैं। साथ ही नई गेंद की सीम और उछाल का फायदा स्पिनर को मिलता है। आर आश्विन और रवीन्द्र जडेजा ने विपक्षी टीमों को नई गेंद से उलझाने में कामयाबी हासिल की है। इसके अलावा रंगना हेराथ ने भी नई गेंद से सफलता हासिल की है। #2 वनडे और टी-20 के पॉवरप्ले में गेंद के पेस का फायदा लेना नई गेंद से सीमित ओवरों में स्पिनरों ने ज्यादा गेंदबाज़ी की है। जहाँ पिच कप्तानों के फेवर में नहीं रही है। नई सफ़ेद गेंद से बल्लेबाज़ चाहता है कि वह तेज गेंदबाज़ी का सामना करे। लेकिन विपक्षी कप्तान जब अपने स्पिनरों से गेंदबाज़ी करवाता है, तो बल्लेबाज़ के लिए मुश्किल हो जाती है। क्योंकि गेंद को हिट करने के लिए बल्लेबाज़ को ज्यादा ताकत लगानी पड़ती है। जिसका पूरा फायदा फील्डिंग करने वाली टीम को मिलता है। न्यूज़ीलैंड के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो ने पहली बार ऑफ स्पिनर दीपक पटेल से पहला ओवर करवाया था। पाकिस्तान के आलराउंडर मुहम्मद हफीज जो फ़िलहाल संदिग्ध गेंदबाज़ी एक्शन की वजह से गेंदबाज़ी नहीं करते हैं। वह अक्सर सीमित ओवर के क्रिकेट में पहला ओवर किया करते थे। #3 बल्लेबाज़ को हैरान करने के लिए स्पिनर से गेंदबाज़ी की शुरुआत करवाने में एक रणनीति ये भी होती है। सलामी बल्लेबाज़ का मूड होता है कि वह तेज गेंदबाजों का सामना करेगा। लेकिन जब उसके सामने स्पिन गेंदबाज़ आ जाता है तो वह हैरान हो जाता है। ऐसे में उसके गलती करने के चांसेस बढ़ जाते हैं। जिसका फायदा स्पिन गेंदबाजों को मिलता है और वह आसानी से विकेट निकाल लेते हैं। #4 गेंदबाज़ की पसंद कई बार गेंदबाज़ खुद कप्तान से कहता है कि वह नई गेंद से बॉल करेगा। जिसकी वजह से कप्तान अपने उस गेंदबाज़ को गेंद सौंपता है जो टीम का मुख्य विकेट टेकर स्पिन गेंदबाज़ होता है। हालांकि पिच पर बहुत कुछ डिपेंड करता है। श्रीलंका के स्पिनर रंगना हेराथ इस बात के लिए जाने जाते हैं। वह अपने घर होने वाले मैचों में नई गेंद से बॉल करना पसंद करते हैं। दिग्गज भारतीय गेंदबाज़ अनिल कुंबले भी ऐसा करने के लिए जाने जाते थे। जहाँ वह कप्तान के डिसअग्री होने के बावजूद भी अच्छी गेंदबाज़ी से उसे संतुष्ट कर देते थे। #5 विपक्षी टीम के स्पिनरों को खेलने की कमजोरी का फायदा ये एक और पक्ष है कि कई टीम के खिलाड़ी स्पिन गेंदबाजों को अच्छे से नहीं खेल पाते हैं। जिसका फायदा कप्तान उठाने के लिए स्पिनरों को आक्रमण पर लगा देता है। इसका चलना भारतीय उपमहादीप में ज्यादा देखा जा सकता है। ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड की टीमों के बल्लेबाज़ अक्सर स्पिनरों के खिलाफ अच्छा नहीं खेल पाते हैं। जिसका फायदा भारत और श्रीलंका के कप्तान उठाने के लिए नई गेंद स्पिनरों को सौंप देते हैं। लेखक-अभिनव मेसी, अनुवादक-जितेन्द्र तिवारी

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