लंबे घरेलू सीजन का आनंद लेने के बाद टीम इंडिया को अब अगले कुछ टेस्ट सीरीज विदेशी जमीन पर खेलने हैं। 2018 की शुरूआत में भारत टेस्ट सीरीज खेलने के लिए दक्षिण अफ्रीका जाएगा। उसके बाद उसे इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का भी दौरा करना है। इन देशों के पिच में अतिरिक्त तेजी, अतिरिक्त स्विंग और अतिरिक्त उछाल होता है और किसी भी ओपनर के लिए यहां पर नई गेंद का सामना करना काफी मुश्किल होता है। ऐसे हालात में खेलते समय, भारत को एक ऐसे सलामी बल्लेबाज की जरुरत होगी, जो अपने मजबूत डिफेंस और टेम्परामेंट के मदद से नए गेंद को पुराना करे और आसानी से विकेट नहीं गवाए। इसके विपरीत स्विंग गेंदबाजों के सामने मुकुंद का रिकॉर्ड काफी खराब रहा है। पिछले इंग्लैंड दौरे में मुकुंद ने तेज गेंदबाजों के सामने सरेंडर ही कर दिया था। हालांकि, हाल के दिनों में मुकुंद ने इसमें सुधार करने की कोशिश की है लेकिन यह कमी अभी भी उनके बल्लेबाजी में साफ झलकती है। इसलिए ऐसे परिस्थितियों में टीम प्रबंधन टीम मुकुंद को शामिल करने का जोखिम नहीं ले सकती।