#2 विपरीत परिस्थितियों में बेहतरीन प्रदर्शन
धोनी के संदर्भ में ऐसा कहा जा सकता है कि मैदान पर जितना दबाव हो, धोनी उतना ही बेहतर प्रदर्शन करते हैं। शायद इसलिए ही धोनी को 'कैप्टन कूल' कहा जाता था। उनका यह रवैया हमारे युवा खिलाड़ियों के लिए मिसाल है और वह खुद मार्गदर्शक। धोनी का बेतहाशा अनुभव और खेल की पेचीदगी पर पकड़, दोनों ही की जरूरत भारतीय टीम को 2019 के विश्व कप में पड़ेगी। आंकड़े बताते हैं कि ऊपरी बल्लेबाजी क्रम के नाकाम होने पर धोनी जिम्मेदार पारी खेलने में कितने सक्षम हैं। श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ, हाल ही में खत्म हुईं सीरीजों में धोनी ने इस बात को फिर से साबित कर दिखाया। धोनी की बल्लेबाजी का तरीका, मैच की परिस्थिति के हिसाब से निर्धारित होता है। 2018 में भारत को कई विदेशी दौरे करने हैं और टीम को धोनी की जरूरत पड़ेगी।
Edited by Staff Editor