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28 साल बाद 2 अप्रैल 2011 को एक बार फिर इंडिया ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को फ़ाइनल में हराकर विश्वकप का ख़िताब अपने नाम किया। ये महान सचिन तेंदुलकर का आख़िरी विश्वकप था और ख़िताब जितने के बाद टीम का हर खिलाड़ी उन्हें अपने कंधों पर बैठाकर जीत का जश्न मना रहा था। 2011 के विश्वकप दौरान पूरे सीरीज़ में युवराज ने अविश्वसनीय प्रदर्शन किया। युवराज ने 8 मैचों में 362 रन और 15 विकेट अपने नाम किए और इसी शानदार खेल की बदौलत उन्हें मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया।
Edited by Staff Editor