सहवाग को कोचिंग का भी अनुभव है। आईपीएल में उन्होंने कोचिंग की है और इस वक्त वो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के मेंटोर हैं। उन्हे मॉर्डन गेम की बारीकियों के बारे में अच्छे से पता है। टी-20 जबसे आया है 50 ओवरो के खेल में भी काफी तेजी आ गई है। पहले 300 रन को एक विनिंग टोटल माना जाता था लेकिन इस समय 400 रन का स्कोर भी सेफ नहीं है। कोई भी टार्गेट आज की क्रिकेट में हासिल किया जा सकता है और बनाया जा सकता है। इस समय भारतीय क्रिकेट में जितने क्रिकेटर आ रहे हैं उनमें से ज्यादातर आईपीएल में खेल रहे हैं और वहां से निकलकर आ रहे हैं। सहवाग को आईपीएल का पूरा अनुभव है ऐसे में वो एक बेहतर कोच साबित हो सकते हैं।
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