आज अगर हम आरपी सिंह, मुनाफ पटेल या श्रीसंत से पूंछे की उनके स्पेल के दौरान उनकी सबसे ज्यादा मदद की है। तो उनके जवाब में ज़हीर खान का नाम सबसे ऊपर होगा। विश्वकप विजेता टीम के हिस्सा रहे इस गेंदबाज़ को नये खिलाड़ियों को ग्रूम करने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। इसका पहला कारण ज़हीर का व्यवहार है, उन्होंने अपने खेलने के दिनों में सभी गेंदबाजों आगे बढ़कर मदद की। दूसरा ज़हीर टीम में गेंदबाजों के कप्तान हुआ करते थे। जिससे उन्हें टीम की गेंदबाज़ी की मजबूत कड़ी की बढ़िया से जानकारी होती थी। इन सब में उनकी कम्युनिकेशन स्किल का अहम योगदान है। जब जहीर मौजूद युवा टीम के गेंदबाजों से मिलेंगे तो वह जल्द ही उनकी कमजोरी और ताकत को समझ जाएंगे। उसके बाद समस्याओं को बेहतरीन तरीके से बातचीत करके उन्हें सुलझा वह सकते हैं। जिसका फायदा टीम को होगा। लेखक- उमीद डे, अनुवादक- जितेन्द्र तिवारी