युवराज फॉर्म से भी बाहर हैं और गेंदबाजी भी नहीं कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मध्यक्रम के लिए वह सबसे उम्दा विकल्प हैं? हालांकि, इसका जवाब सकारात्मक तो नहीं है क्योंकि कई प्रतिभावान युवा खिलाड़ी अभी कतार में हैं, जिन्हें बस मौके का इंतजार है। इन खिलाड़ियों में सबसे ज्यादा उम्मीद जगाते हैं मनीष पांडे। एससीजी में पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच जिताने वाली शतकीय पारी खेलने वाले मनीष पांडे ने दक्षिण अफ्रीका में भारत 'ए' के लिए बढ़िया प्रदर्शन करके अपना पक्ष और भी मजबूत कर लिया है। मनीष को अभी और मौके मिलने की जरूरत है। चैंपियन्स ट्रॉफी में उन्हें मौका मिलना तय था, लेकिन चोटिल होने की वजह से उनकी जगह युवराज सिंह को चुना गया। अब पांडे फिट हैं और फॉर्म में भी हैं। लेखकः दीप्तेश सेन, अनुवादकः देवान्श अवस्थी